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कुछ तो अपने
और मेरे दरमियान
रहने दे,
दूरियाँ
चुभती हैं फिर
भी रहने ही
दे l
ख्वाब है तू
तो टूट भी
जायेगा ,
थोड़ी देर तू
मेरी पलकोंपे
अपनी अंगुलियाँ रहने
भी दे l
इनका भी
जब जब अपनोंसे दिल भर
जायेगा,
हौंसला देंगी तुझे, ये
हिचकियाँ रहने भी
दे ...ll