1986
इतने बुरे भी नहीं थे हम,
जो तूने ठुकरा दिया...
याद रख इसी फैसलेपर,
एकदिन तुझेभी अफ़सोस होगा.......
1987
तेरी धड़कन ही ज़िंदगीका किस्सा हैं मेरा,
तू ज़िंदगीका एक अहम् हिस्सा हैं मेरा...
मेरी मोहब्बत तुझसे, सिर्फ़ लफ्जोंकी नहीं हैं,
तेरी रूहसे रूह तकका रिश्ता हैं मेरा...
1988
बड़ी हसरत थी कि हमें भी कोई
टुटके चाहता...!
पर हम खुद ही टुट गये किसीको
चाहते-चाहते.......!
1989
जो लोग जिन्दगीसे चले जाते हैं,
वो लोग दिलसे भी क्यूँ नहीं चले जाते !
1990
जिंदगी जला दी हमने जब जैसी जलानी थी,
अब धुऐंपर तमाशा कैसा और राखपर बहस कैसी...
उनकी मुहब्बतपर मेरा हक तो नहीं,
पर दिल चाहता हैं आखरी साँसतक उनका इंतजार करू !