22 April 2018

2631 - 2635 ज़िन्दगी सब्र रास्ते हैरान उदास ख़फ़ा कोशिश रिश्ते वजह दर्द सपने शायरी हैं


2631
फिर यूँ हुआ कि
सब्रकी उँगली पकड़कर हम...
इतना चले कि,
रास्ते हैरान हो गए.......!

2632
टूटे हुये सपनों और रूठे हुये अपनोंने,
उदास कर दिया,
वरना लोग हमसे,
मुस्करानेका राज पूछा करते थे...

2633
इतना तो बता जाओ,
ख़फ़ा होनेसे पहले,
वो क्या करें...
जो तुमसे ख़फ़ा हो नहीं सकते ?

2634
कोशिश करो की कोई हमसे रूठे !
ज़िन्दगीमें अपनोंका साथ छूटे !
रिश्ते कोई भी हो उसे ऐसे निभाओ !
कि उस रिश्तेकी डोर ज़िन्दगीभर छूटे !!!

2635
जो लोग दर्दको
समझते हैं,
वो लोग कभी भी दर्दकी
वजह नहीं बनते !

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