2981
आखरी साँसके,
टूटनेसे पहेले
भी...
तुझसे पानीकी
जगह,
प्यार ही
माँगेंगे.......!
2982
होते नहीं तबादले,
मोहब्बत
करने वालोके;
वो आधी रातको भी,
तन्हाईमें तैनात
मिला करते हैं...!
2983
खुशबू तेरी प्यारकी मुझे महका
जाती हैं,
तेरी हर बात
मुझे बहका जाती
हैं,
साँस तो बहुत
देर लेती हैं आनेमें,
हर साँससे
पहले तेरी याद
आ जाती हैं।
2984
मैं क्या करू,
ये रिवायतें मुझे
नहीं आती;
बात जो दिलमें आती हैं,
जुबान कह जाती
हैं.......!
2985
आँखें थक गई
हैं,
आसमानको
तकते तकते;
वो तारा नहीं
टूटता,
जिसे देखकर
तुम्हें मांग लूँ।
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