5196
बेवक़्त, ...
मुस्कुरा देता
हूँ;
आधे दुश्मनो को तो,
यूँ ही हरा
देता हूँ.......!
5197
खुदकी तरक्कीमें
इतना,
समय लगा दो...
की किसीकी
बुराई,
का वक़्त ही
ना मिले...!
5198
अगर वो याद
नही करते,
तो आप कर
लीजिए...
रिश्ते निभाते वक़्त,
मुकाबला
नही किया जाता...!
5199
जब वक़्त जवाब देता
है...
गवाहो की जरूरत
नहीं होती है...
5200
जो लिबासोको बदलनेका,
शौक़ रखते
थे कभी ।
आख़री वक़्त कह न
पाए कि,
ये
कफ़न ठीक नही
।।
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