31 December 2019

5261 - 5265 दिल आँख नशेबाज हसरत दीदार दुनिया जुदा हिचकी धड़कन महसूस मयखाने शायरी


5261
मैं उन आँखोंके मयख़ानेमें,
थोड़ी देर बैठा था...
मुझे दुनिया आज भी,
नशेबाज कहती हैं.......!

5262
हम तुम्हें कभी खुदसे,
जुदा होने नहीं देंगे...
तुम देरसे मिले,
इतना नुकसान ही काफी हैं...

5263
बहुत देरसे कोई,
हिचकी नहीं आयी...
भूलाने वालोंकी,
रब खेर करे.......

5264

बहुत देर कर दी तुमने,
मेरी धड़कन महसूस करनेमें...
वो दिल नीलाम हो गया,
जिसको कभी हसरत तुम्हारे दीदारकी थी...!

5265
बड़ी देर कर दी,
उसने मेरा दिल तोड़नेमें...
ना जाने कितने शायर,
मुझसे आगे निकल गये...!

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