5326
वो उलझे रहे,
हमें आजमानेमें और...
हदसे गुजर गये
हम,
उन्हें चाहनेमें.......!
5327
ज़मीनपर मेरा
नाम,
वो लिखते और मिटाते
हैं...
वक्त उनका तो
गुजर जाता हैं,
मिट्टीमें
हम मिल जाते
हैं.......
5328
बस यादें रह जाती
हैं,
याद करने के
लिए...
वक्त सब कुछ
लेकर,
गुजर जाता हैं.......
5329
माना कि आज
उनका मुझसे,
कोई वास्ता नहीं रहा...
मगर आज भी
उनके हिस्सेका वक्त,
तन्हा गुजरता हैं.......!
5330
एहसास दस्तकके,
मोहताज नहीं होते
हैं...
खुशबू हैं तो
बंद दरवाजेसे भी,
गुजर जायेगी.......!
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