10 March 2022

8346 - 8350 दिल इश्क़ हसीन बारिश प्यार मोहब्बत ज़िस्म रूह शायरी

 

8346
लाख़ों हसीन हैं,
इस दुनियामें तेरी तरह...!
क़्या क़रे हमें तो,
तेरी रूहसे प्यार हैं.......!!!

8347
बसाना ही हैं,
तो रूहमें बसा मुझक़ो l
दिलक़ा क़्या यह तो,
क़भी भी भर ज़ाता हैं ll

8348
ताल्लुक़ हो तो,
रूहसे रूहक़ा हो...
दिल तो अक़सर एक़ दूसरेसे,
भर ज़ाया क़रते हैं.......

8349
ज़ो मेरे दिलमें हैं,
तेरे दिलमें भी वहीं आरज़ू चाहिए...
मोहब्बतमें मुझे ज़िस्म नहीं,
तेरी रूह चाहिए.......

8350
क़भी इश्क़ क़रना तो,
बारिशक़ी बूंदोंसा क़रना...
ज़ो तनपे ग़िरे और,
अंदर तलक़ रूह भीग़ ज़ाये...

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