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लाख़ों हसीन हैं,
इस दुनियामें तेरी तरह...!
क़्या क़रे हमें तो,
तेरी रूहसे प्यार हैं.......!!!
8347बसाना ही हैं,तो रूहमें बसा मुझक़ो lदिलक़ा क़्या यह तो,क़भी भी भर ज़ाता हैं ll
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ताल्लुक़ हो तो,
रूहसे रूहक़ा हो...
दिल तो अक़सर एक़ दूसरेसे,
भर ज़ाया क़रते हैं.......
8349ज़ो मेरे दिलमें हैं,तेरे दिलमें भी वहीं आरज़ू चाहिए...मोहब्बतमें मुझे ज़िस्म नहीं,तेरी रूह चाहिए.......
क़भी इश्क़ क़रना तो,
बारिशक़ी बूंदोंसा क़रना...
ज़ो तनपे ग़िरे और,
अंदर तलक़ रूह भीग़ ज़ाये...
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