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मुस्तक़िल बोलता हीं रहता हूँ,
क़ितना ख़ामोश हूँ मैं अंदरसे...
जौन एलिया
9512ख़ामोश रहनेक़ी आदतभी,मार देती हैं...तुम्हें ये ज़हर तो,अंदरसे चाट ज़ाएगा.......आबिद ख़ुर्शीद
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ख़ामोशमें हर बात बन ज़ाए हैं,
ज़ो बोले हैं दीवाना क़हलाए हैं ll
क़लीम आज़िज़
9514दूर ख़ामोश बैठा रहता हूँ,इस तरह हाल दिलक़ा क़हता हूँ llआबरू शाह मुबारक़
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बातोंक़ो क़ोई न समझे,
बेहतर हैं ख़ामोश हो ज़ाना ll
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