21 April 2017

1237 कांटे फूल जिंदगी कबूल शायरी


अपनी जिंदगीके अलग असूल हैं,
यारकी खातिर तो कांटे भी कबूल हैं,
हंसकर चल दूं कांचके टुकड़ोंपर भी,
अगर यार कहे, यह मेरे बिछाए हुए फूल हैं !

1236


एक ही चौखट पर सर झुके,
तो सुकून मिलता है.....
भटक जाते है वो लोग,

जिनके हजारो खुदा होते है.......

20 April 2017

1235


आपकी आँखे नहीं,
ये तो दिल का आयना है ...
जो बात आप जुबा से छुपाते हो ...
वो ये नादान... बया करता है !!!

1234


तू होश में थी फिर भी...
हमें पहचान ना पाई...

एक हम है पी कर भी...
तेरा नाम लेते रहे.......

1233


आप आपकी आँखों में,
सुरमा लगाया कीजिये ...
न हँसीन आँखों में कभी,
हमें भी समाया कीजिये...!

1232


बस यही सोचकर छोड़ दी...
हमने जिद्द मोहब्बत की,

अश्क़ तेरे गिरे या मेरे...
रोयेगी तो मोहब्बत ही...!!!

1231


पसंद" है मुझे...
उन लोगो से "हारना"...
जो मेरे "हारने" की वजह से,

पहलीबार "जीतें" हो !!!

18 April 2017

1230


तू ही बता ए दिल तुम्हें समझाऊं कैसे,
जिसे चाहता है तू उसे नज़दीक लाऊँ कैसे,
यूँ तो हर तमन्ना हर एहसास है वो मेरा,

मगर उस एहसास को ये एहसास दिलाऊं कैसे…

1229


ए खुदा...
बहोत दर्द देती है ये मोहब्बत...
तू कही अलग दुनिया बना दे,

इन बेवफाओ की.......

1228


एक मैं हूँ कि समझा नहीँ
खुद को आज तक...!

और दुनियाँ हैं कि न जाने
मुझे क्या-क्या समझ लेती हैं...!!!

1227


जिंदगी के किसी भी मोड़,
पर आप वही करना,
जो आपका दिल आपसे कहे,
क्योंकि जो दिमाग कहता है,
वो मज़बूरी होती है, और
जो दिल केहता है,

वो मंजूरी होती है...

1226


शेर-ओ-शायरी तो,
दिल बहलाने का एक जरिया हे दोस्तो...
लफ्ज कागज पर उतारने से,

महबुब लोटा नही करते.......

17 April 2017

1225


करीब इतना रहो कि रिश्तों मैं प्यार रहें ...
दूर भी इतना रहो कि आने का इंतज़ार रहे ...
रखो उम्मीद रिश्तों के दरमियान इतनी कि,
टूट जाएँ उम्मीदें मगर रिश्तें बरक़रार रहें ...

1224


वजह पूछोगे तो,
सारी उम्र गुजर जाएगी,
कहा ना, 'अच्छे लगते हो',

तो बस लगते हो !

1223


बहुत भीड़ हो गयी है तेरे दिल में,
अच्छा हुआ हम वक़्त पर निकल गए !!

1222


आदत बना ली हैं मैंने
खुद को तकलीफ देने की ,
ताकि जब कोई अपना तकलीफ दे . . .

तो ज्यादा तकलीफ ना हो !

1221


आँखों मे आ जाते हैं आँसू,
फिर भी लबो पे हँसी रखनी पडती है,
ये मोहब्बत भी क्या चीज है यारों,

जिस से करते हैं उसी से छुपानी पडती हैं...

1220


जिंदगी जिसको तेरा प्यार मिला,
वो जाने ;

हम तो नाकाम ही रहे,
चाहने वालों की तरह...!

1219


आईना नज़र लगाना चाहे भी...,
तो कैसे लगाए...

काजल लगाती है वो रोज,
आईने में देख कर...!

1218


सफर में मुश्किलें आऐ,
तो हिम्मत और बढ़ती है,
कोई अगर रास्ता रोके,
तो जुर्रत और बढ़ती है,
अगर बिकने पे आ जाओ,
तो घट जाते है दाम अक्सर

ना बिकने का इरादा हो तो,
कीमत और बढ़ती है...।