2516
तुझे रातभर,
ऐसे याद करता
हूँ मैं...
जैसे सुबह,
इम्तेहान
हो मेरा...!!!
2517
"दोस्ती"
रूहमें उतरा
हुआ,
मौसम हैं...
ताल्लुक
कम कर देनेसे,
मोहब्बत
कम नहीं होती...
2518
कभी-कभी ज़िंदगीमें ये तय करना,
बड़ा मुश्किल
हो जाता हैं कि गलत क्या
हैं?
वो झूठ जो
चेहरेपें मुस्कान
लाए...
या वो सच
जो आँखोंमें आँसू लाए...!!!
2519
नजरे ही प्यारकी जुबान होती
हैं,
मोहब्बत
तो सदा बेजुबान
होती हैं,
जब मिलती हैं मोहब्बत
तड़प लेनेके
बाद...
वहीं मोहब्बत बेश किमती
हिरेके समान
होती हैं !
2520
लोग कहते हैं
कि,
वक़्त किसीका ग़ुलाम नहीं
होता...
फिर ‘तेरी मुस्कराहट’
पें,
वक़्त क्यूँ
थमसा जाता
हैं...!
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