20 October 2018

3451 - 3455 प्यार ज़िंदगी तस्वीर लफ्ज़ जुदा नजदिक अंदाज रास्ता उदासी आँख महसूस शायरी


3451
मेरी आँखोंमें छुपी,
उदासीको कभी महसूस तो कर;
हम वो हैं जो सबको...
हंसाकर रातभर रोते हैं.......!

3452
उसके हाथकी गिरिफ्त,
ढीली पड़ी तो महसूस हुआ...
यहीं वो जगह हैं,
जहाँ रास्ता बदलना हैं.......

3453
कितना प्यार हैं तुमसे,
वो लफ्ज़ोंके सहारे कैसे बताऊँ;
महसूस कर मेरे एहसासको,
अब मेरे नजदिक आकर...।

3454
अंदाजसे बना सकता हूँ,
तस्वीर मैं तेरी...
तुम्हें देखा ही नहीं,
महसूस किया हैं मैंने...!

3455
प्यारका रुतबा ज़िंदगीमें,
बहुत ज्यादा होता हैं...
महसूस तब होता हैं,
जब वो जुदा होता हैं.......

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