3976
दिलपें ना
लीजिये,
अगर कोई
आपको बुरा कहे;
ऐसा कोई नहीं
हैं जिसे,
हर
शख्स अच्छा कहे...
3977
मुहकी बात
सुने हर कोई,
दिलके दर्दको जाने कौन...
आवाजोंके
बाजारोंमें,
खामोशी पहचाने कौन...
3978
दिलकश
नग़मे,
दिलफ़रेब मौसमर तुम...
यक़ीन करनेको
काफी हैं,
कि
ज़िन्दगी ख़ूबसूरत हैं।
3979
उसने पुछा...
ज़िन्दगी किसने बरबाद की,
हमने ऊँगली उठाई और...
अपने ही दिलपर रख ली...।
3980
दिल चाहता हैं,
आज
रो लूँ मैं
जी भरके...
ना जाने किस-किस बातपर,
उदास हूँ.......