7 April 2021

7376 - 7380 दिल याद सनम ज़ुदा ख़ैरात हंगामा नाज़ ख़फ़ा शायरी

 
7376
हमारे दिल देनेपर,
ख़फ़ा हो...
लुटाते हो तुम्हीं,
ख़ैरात क़ितनी.......!
                    नूह नारवी

7377
क़्या बताऊँ क़ि,
ज़ो हंगामा बरपा हैं मुझमें...
इन दिनों क़ोई,
बहुत सख़्त ख़फ़ा हैं मुझमें...
इरफ़ान सत्तार

7378
मेरा सनम जो,
मुझसे ज़ुदा हुआ हैं...
ज़रुर मुझसे 
ख़फ़ा,
मेरा ख़ुदा हुआ हैं...

7379
वो दिल रहा,
ज़ो नाज़ उठाऊँ...
मैं भी हूँ ख़फ़ा,
ज़ो वो ख़फ़ा हैं...
इमदाद अली बहर

7380
देखिए,
अब याद आइए आप...
आज़कल आपसे,
ख़फ़ा हूँ मैं.......
           उम्मतुर्रऊफ़ नसरीन

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