2 May 2017

1275


ए बुरे वक्त,
जरा आदब से पेश आ...
वक्त ही कितना लगता है ,

वक्त बदलने में !

1274


क्या मांगू खुदा से में आपको पाने के बाद,
किसका करू इंतेज़ार में आपके आने के बाद,
क्यूँ दोस्तों पर जान लुटाते हैं लोग,

मालूम हुआ आपको दोस्त बनाने के बाद !

1273


बैठे बैठे ज़िन्दगी बरबाद ना की जिए,
ज़िन्दगी मिलती है कुछ कर दिखाने के लिए,
रोके अगर आसमान हमारे रस्ते को,
तो तैयार हो जाओ आसमान झुकाने के लिए |

1272


कभी इनका हुआ हूं मै,
कभी उनका हुआ हूं मै,
खुद के लिए कोशिश नहीं की,
मगर सबका हुआ हूं मै…
मेरी हस्ती बहुत छोटी,
मेरा रूतबा नही कुछ भी
लेकिन डूबते के लिए सदा

तिनका हुआ हू मै

1271


क्या करे रिश्तों के बजार में आजकल…
वो लोग हमेशा अकेले पाये जाते हैं,
साहेब जो दिल और जुबान के सच्चे होते हैं,

जैसे हम . . . !

29 April 2017

1270



वक़्त और प्यार ज़िंदगी में
बहुत ख़ास होते हैं।
लेकिन वक़्त किसी का नहीं होता;
और प्यार हर किसी से नहीं होता...!

1269


सीख जाओ वक्त पर किसी
की चाहत की कदर करना,
कहीं कोई थक ना जाये तुम्हें

एहसास दिलाते दिलाते...

1268


कुछ मीठा सा नशा था
उसकी झुठी बातोंमे...

वक्त गुज़रता गया और
हम आदी हो गये...!

1267


गुमान था कि कोई दुश्मन
जान नहीं ले सकता...
तेरे वार का तो ख्याल तक

नहीं था.......

1266


एहसासों के सागर में आज लहरें हैं मचल रही,
समझ नही रही हैं की साहिल है या मजधार है,
हम कह चुके हज़ारों बार आँखों से अपने यह बात,

कहना है आज होठों से की हम को उन्ही से प्यार है…

28 April 2017

1265


कोई होंठो पे,
उगलियाँ रख गया था,

उसी दिन से,
मैं लिख कर बोलता हूँ . . . !

1264


आइना फिर आज
रिश्वत लेते पकड़ा गया...
दिल में दर्द था...

फिर भी चेहरा हँसता हुआ दिखाई दिया...!!

1263


इशारों में होती महोब्बत अगर,
इन अलफाजों को खुबसूरती कौन देता,
बस पत्थर बन के रह जाता ‘ताज महल’

अगर इश्क इसे अपनी पहचान ना देता...

1262


महोब्ब्त दिल में कुछ ऐसी होनी चाहिये...
की हासिल भले दुसरे को हो,
पर कमी उसको ज़िन्दगी भर,
अपनी होनी चाहिये...!

1261


नहीं छोड़ी कमी,
किसी भी रिश्ते को निभाने में हमने...
आने वाले को,
दिल का रास्ता भी दिया हमने... और...

जाने वाले को, रब का वास्ता भी दिया हमने...

27 April 2017

1260


नकाब कहती है,
मैं पर्दा-ए-कयामत हूँ,
अगर यकीं न हो तो,

देख लो उठा के मुझे . . .

1259


तेरे आने की आहट . . .
और मेरे दिल का वहम ...
बस दोनों मिलकर एक यादों भरा,

दिन काट लेते है . . .

1258


समझ नही आता...
वफा करें तो किस सें करें !

मिट्टी सें बने ये लोग,
कागज के टुकड़ो पे बिक जाते है !!!

1257


लिखते लिखते आज हाथ रुक से गए ,
कुछ लम्हे याद आये कुछ भूल से गए ,
जो साथ ना होकर भी साथ हो हमारे ,
ऐसे दोस्त कहाँ खो से गए ???

1256


दिल के सच्चे
कुछ एहसास लिखते है,

मामूली शब्दों में ही सही,
कुछ खास लिखते हैं . . . !