15 February 2018

2361 - 2365 दिल मोहब्बत प्यार नादान मुलाकात नजरें इतफ़ाक खूबी अजीब कमाल जवाब सवाल शायरी


2361
जो मिलते हैं...
वो बिछड़ते भी हैं यारों...
हम ही नादान थे जो,
एक शामकी मुलाकातको जिंदगी समझ बैठे...!

2362
शामसे आँखमें नमींसी हैं,
आज फिर आपकी कमीसी हैं !

2363
कुछ तो राज हैं,
तेरे दिलमें भी,
ये नजरें चुराना,
इतफ़ाक नहीं हैं...

2364
खूबीयोंसे ही मोहब्बत हो
ये जरूरी तो नहीं,
प्यार तो अक्सर कमीयोंसे ही
हो जाता हैं.......

2365
ये दिल अजीब हैं,
अक्सर कमाल करता हैं...
जवाब जिनका नहीं,
वो सवाल करता हैं...!

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