3306
मुकद्दरकी लिखावटका,
एक ऐसा भी
कायदा हो;
देरसे क़िस्मत
खुलने वालोंका,
दुगुना फ़ायदा हो।
3307
"मतलब"
बहुत वजनदार होता
हैं...
निकल
जानेके बाद...
हर रिश्तेको
हल्का कर देता
हैं...!
3308
ढुंढ लेते हैं,
अंधेरोमें मंजिल
अपनी;
क्योंकि जुगनु
कभी,
रोशनीके मोहताज
नहीं होते...!
3309
जिंदगी जख्मोसे भरी
हैं,
वक़्तको मरहम
बनाना सीख लो;
हारना तो हैं मौतके सामने,
फिलहाल जिंदगीसे जीतना
सीख लो...।
3310
सासें कम हो
बेशक़,
बस लेकिन...
जिनेकी वजह,
बडी होनी चाहिए...!
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