3816
साजिशें
वो रचते हैं
दुनियामें,
जिन्हें
कोई जंग जीतनी
हो...
मेरी कोशिश तो,
दिल जीतनेकी होती
हैं;
ताकि रिश्ता कायम रहे,
जबतक जिंदगी
हो...!
3817
ज़िंदगीमें सच्चे लोगोंकी,
तलाश करना
छोड़ दिया हमने;
लोग तो सिर्फ़
वक़्त बिताने और,
दिल जलानेके
लिए ही मिलते
हैं...
3818
ज़ुबान कड़वी सही मेरी,
मगर दिल साफ़
हैं...
कब कौन कैसे
बदला,
सबका हिसाब हैं.......!
3819
आईनेके सामने
खडे होके,
खुदसे ही माफी मांगली
हमने;
सबसे ज्यादा अपना ही दिल दुखाया हैं,
दुसरोंको खुश करते
करते.......!
3820
बेशुमार
धोखोंकी,
सौगात मिलती हैं उन्हें...
जो इंसान दिलके,
साफ़ होते हैं.......!
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