29 August 2020

6401 - 6405 दिल दर्द जिन्दगी प्यार नफरत तकलीफ़ दवा मोहब्बत शायरी

 

6401
नफरत करनेकी दवा,
बता दो यारो...
वरना मेरी मौतकी वजह,
मेरा प्यार ही होगा.......!

6402
माना मेरी मोहब्बतमें,
कोई कसर हैं...
तेरे मुस्कुरानेका असर,
मेरे चेहरेपर दिखता हैं...!

6403
हारको जीतकी इक दुआ मिल गई,
तप्त मौसममें ठंडी हवा मिल गई,
आप आये श्रीमान जी यूँ लगा,
जैसे तकलीफ़को कुछ दवा मिल गई ll

6404
दवाकी खपत हम,
गजबका बढ़ा रहे हैं...l
जिन्दगी तुझपर अजीब,
कहर ढा रहे हैं...ll

6405
ताबींजोमे क्या पू़ंछू,
इलाज दर्द--दिलका...
मर्ज जब ज़िंदगी खुद हो,
तो दुआ कैसी दवा कैसी...!

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