15 August 2020

6331 - 6335 दिल वक्त नज़र तमन्ना ख्याल मजाक आज़ाद भारत भूमि वतन शायरी

 

6331
सरफरोशीकी तमन्ना, अब हमारे दिलमें हैं ।
देखना हैं जोर कितना, बाजुए कातिलमें हैं ।।
वक्त आने दे, बता देंगे तुझे आसमाँ ।
हम अभी से क्या बताएँ, क्या हमारे दिलमें हैं ।।
                                                   राम प्रसाद बिस्मिल

6332
कस ली हैं कमर अब तो,
कुछ करके दिखाएँगे;
आज़ाद ही हो लेंगे,
या सर ही कटा देंगे ।।
अशफ़ाक उल्ला खाँ

6333
मेरी नज़रोंको ऐसी खुदाई दे,
जिधर भी देखूँ मेरा वतन दिखाई दे !
                                          राहत इंदौरी

6334
जब शहीदोंकी डोली उठे धूमसे,
देशवालों तुम आँसू बहाना नहीं ।
पर मनाओ जब आज़ाद भारतका दिन,
उस घड़ी तुम हमें भूल जाना नहीं ।।
शहीद भगत सिंह

6335
नृत्य करेगी रण प्रांगणमें,
फिर-फिर खंग हमारी आज,
अरि शिर गिराकर यही कहेंगे,
भारत भूमि तुम्हारी आज ।।
             अमर क्रांतिकारी चंद्रशेखर आज़ाद

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