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दुआओंको भी अजीब,
इश्क़ हैं मुझसे यारा...
वो कबूल तक नहीं होती,
मुझसे जुदा होनेके डरसे.......!
6357
नाकाम हैं असरसे,
दुआएँ दुआसे हम...
मजबूर हैं कि,
लड़ नहीं सकते
ख़ुदासे हम...
अहसन मारहरवी
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उठते नहीं हैं अब तो,
दुआके लिए भी हाथ...
किस दर्जा ना-उमीद हैं,
परवरदिगारसे.......
अख़्तर शीरानी
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दुआएँ मिल जाये
आप सबकी,
बस यही काफी
हैं...
दवाएँ तो कीमत
अदा करने पर
भी,
मिल ही जाती
हैं.......
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जाते हो... ख़ुदा-हाफ़िज़,
हाँ इतनी गुज़ारिश हैं...
जब याद हम आ जाएँ,
मिलनेकी दुआ करना.......!
जलील मानिकपूरी
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