21 April 2017

1240


जिंदगी की असली उड़ान अभी बाकी है,
जिंदगी के कई इम्तिहान अभी बाकी हैं,
अभी तो नापी है मुटठी भर ज़मीन आपने,

आगे अभी सारा आसमान बाकी है !

1239


गम न हो वहां जहाँ हो फ़साना आपका,
खुशियाँ ढूढती रहें आशियाना आपका,
वो वक़्त ही न आये जब आप उदास हों,

ये दुनिया भुला न सके मुस्कुराना आपका !

1238


करिये तो कोशिश हमको याद करने की;
फुर्सत के लम्हे तो अपने आप मिल जायेंगे;
दिल में अगर है चाहत हमसे मिलने की;

बहाने मिलने के खुद-ब-खुद बन जायेंगे।

1237 कांटे फूल जिंदगी कबूल शायरी


अपनी जिंदगीके अलग असूल हैं,
यारकी खातिर तो कांटे भी कबूल हैं,
हंसकर चल दूं कांचके टुकड़ोंपर भी,
अगर यार कहे, यह मेरे बिछाए हुए फूल हैं !

1236


एक ही चौखट पर सर झुके,
तो सुकून मिलता है.....
भटक जाते है वो लोग,

जिनके हजारो खुदा होते है.......

20 April 2017

1235


आपकी आँखे नहीं,
ये तो दिल का आयना है ...
जो बात आप जुबा से छुपाते हो ...
वो ये नादान... बया करता है !!!

1234


तू होश में थी फिर भी...
हमें पहचान ना पाई...

एक हम है पी कर भी...
तेरा नाम लेते रहे.......

1233


आप आपकी आँखों में,
सुरमा लगाया कीजिये ...
न हँसीन आँखों में कभी,
हमें भी समाया कीजिये...!

1232


बस यही सोचकर छोड़ दी...
हमने जिद्द मोहब्बत की,

अश्क़ तेरे गिरे या मेरे...
रोयेगी तो मोहब्बत ही...!!!

1231


पसंद" है मुझे...
उन लोगो से "हारना"...
जो मेरे "हारने" की वजह से,

पहलीबार "जीतें" हो !!!

18 April 2017

1230


तू ही बता ए दिल तुम्हें समझाऊं कैसे,
जिसे चाहता है तू उसे नज़दीक लाऊँ कैसे,
यूँ तो हर तमन्ना हर एहसास है वो मेरा,

मगर उस एहसास को ये एहसास दिलाऊं कैसे…

1229


ए खुदा...
बहोत दर्द देती है ये मोहब्बत...
तू कही अलग दुनिया बना दे,

इन बेवफाओ की.......

1228


एक मैं हूँ कि समझा नहीँ
खुद को आज तक...!

और दुनियाँ हैं कि न जाने
मुझे क्या-क्या समझ लेती हैं...!!!

1227


जिंदगी के किसी भी मोड़,
पर आप वही करना,
जो आपका दिल आपसे कहे,
क्योंकि जो दिमाग कहता है,
वो मज़बूरी होती है, और
जो दिल केहता है,

वो मंजूरी होती है...

1226


शेर-ओ-शायरी तो,
दिल बहलाने का एक जरिया हे दोस्तो...
लफ्ज कागज पर उतारने से,

महबुब लोटा नही करते.......

17 April 2017

1225


करीब इतना रहो कि रिश्तों मैं प्यार रहें ...
दूर भी इतना रहो कि आने का इंतज़ार रहे ...
रखो उम्मीद रिश्तों के दरमियान इतनी कि,
टूट जाएँ उम्मीदें मगर रिश्तें बरक़रार रहें ...

1224


वजह पूछोगे तो,
सारी उम्र गुजर जाएगी,
कहा ना, 'अच्छे लगते हो',

तो बस लगते हो !

1223


बहुत भीड़ हो गयी है तेरे दिल में,
अच्छा हुआ हम वक़्त पर निकल गए !!

1222


आदत बना ली हैं मैंने
खुद को तकलीफ देने की ,
ताकि जब कोई अपना तकलीफ दे . . .

तो ज्यादा तकलीफ ना हो !

1221


आँखों मे आ जाते हैं आँसू,
फिर भी लबो पे हँसी रखनी पडती है,
ये मोहब्बत भी क्या चीज है यारों,

जिस से करते हैं उसी से छुपानी पडती हैं...

1220


जिंदगी जिसको तेरा प्यार मिला,
वो जाने ;

हम तो नाकाम ही रहे,
चाहने वालों की तरह...!

1219


आईना नज़र लगाना चाहे भी...,
तो कैसे लगाए...

काजल लगाती है वो रोज,
आईने में देख कर...!

1218


सफर में मुश्किलें आऐ,
तो हिम्मत और बढ़ती है,
कोई अगर रास्ता रोके,
तो जुर्रत और बढ़ती है,
अगर बिकने पे आ जाओ,
तो घट जाते है दाम अक्सर

ना बिकने का इरादा हो तो,
कीमत और बढ़ती है...।

1217


दोस्ती वो नहीं जो जान देती है,
दोस्ती वो भी नहीं जो मुस्कान देती है,
अरे सच्ची दोस्ती तो वो है...

जो पानी में गिरा हुआ आंसू भी पहचान लेती है |

1216


कभी कभी गुसा, मूसकराहट से जयादा खास होता है...
कयो कि मूसकराहट तो सब के लिए होती है...
मगर गुसा सिरफ उनके लिए होता है...

जिनहे हम खोना नही चाहते...

15 April 2017

1215


खामोश बैठें तो लोग कहते हैं
उदासी अच्छी नहीं,
ज़रा सा हँस लें तो

मुस्कुराने की वजह पूछ लेते हैं ...!

1214


ग़ज़ब का हौसला दिया है
खुदा ने हम इन्सानों को,
वाक़िफ़ हम अगले पल से भी नहीं...

और वादे ज़िंदगी भर के होते है ...!!!

1213


ख़्वाहिशों के क़ाफ़िले
बड़े अजीब होते हैं,
ये गुज़रते वहीं से हैं

जहाँ रास्ते नहीं होते ...

1212


ज़िंदगी में बार बार सहारा नही मिलता,
बार बार कोई प्यार से प्यारा नही मिलता,
है जो पास उसे संभाल के रखना,

खो कर वो फिर कभी दुबारा नही मिलता…

1211


इन आँखों से पूछकर देखो,
कुछ एेसे कतरे होत् हैं !
जिनमें पानी नहीं होता,
बस सपने बिखरे होते है !

14 April 2017

1210


थोड़ा तो भरोसा रखते,

इतना भी फ़ासला नहीं था,
जो फैसला ही बदल दिया…

1209


प्यार करने वालों की किस्मत
खराब होती है,
हर वक़्त इंतेहा की घड़ी
साथ होती है,
वक़्त मिले तो रिश्तो की किताब
खोल के देख लेना,
दोस्ती हर रिश्ते से लाजवाब

होती है…

1208


उनको अपने हाल का हिसाब क्या देते,
सवाल सारे गलत थे जवाब क्या देते,
वो तीन लफ्जों की हिफाजत ना कर सके,

उनके हाथ में जिंदगी की पूरी किताब क्या देते !

1207


ख़ुदा महफूज़ रक्खे
आपको तीनों बलाओं से
वकीलों से, हक़ीमों से,

हसीनों की निगाहों से...

1206


तुम्ही ने सफ़र करवाया था,
मोहब्बत की कश्ती पे...
अब नजरे ना फ़ेर,

मुझे डूबता हुआ भी देख ले...!

13 April 2017

1205


रात की गहराई आँखों में उतर आई,
कुछ ख्वाब थे और कुछ मेरी तन्हाई,
ये जो पलकों से बह रहे हैं हल्के हल्के,

कुछ तो मजबूरी थी कुछ तेरी बेवफाई |

1204


तूफान भी आना जरुरी है
जिंदगी में तब जा कर पता चलता है की

कौन हाथ छुड़ा कर भागता है
और कौन हाथ पकड़ कर...

1203


इतना अजीब सवाल था उनका
की हम चुप से हो गये...
यारों
वो बोले, हम पें मरते हो ना !!!

तो मरते क्यूँ नही...

1202


सीख कर गयी है,
वो मोहब्बत मुझसे...!
जिस से भी करेगी,

बेमिसाल करेगी...!!!

1201


दोस्त को दोस्त का इशारा याद रहेता हे
हर दोस्त को अपना दोस्ताना याद रहेता
हे कुछ पल सच्चे दोस्त के साथ तो

गुजारो वो अफ़साना मौत तक याद रहेता हे.

9 April 2017

1200


हम सादगी में
झुक क्या गए...
तुम तो हमें ,

गिरा हुआ समझने लगे...

1199


एक दुआ मांगते है हम अपने भगवन से...
चाहते है आपकी खुशी पुरे ईमान से...
सब हसरतें पुरी हो आपकी,

और आप मुस्कराए दिल-ओ-जान से...!

1198


फिर वो दानिस्ता ठोकर खाईये,
फिर मेरी आगोश मे खो जाईये,
ये हवा, सागर ये हलकी चांदनी,
जीमें आता है, यही मर जाईये...

1197


तारीखों में बंध गया है अब,
इजहार ए मोहब्बत भी।। 
रोज प्यार जताने की,
अब किसी को फुर्सत कहां।।

1196


फिर करीब से कुछ चेहरे पढ़े...
और न जाने कितने सबक सीख लिए।

7 April 2017

1195


आफत है तेरे खत के बिखरे हुवे टुकड़े,
रख्खे भी नहीं जाते फेंके भी नहीं जाते
वक्त गुज़र गया झुलसके गुलाब की पंखुडिंयोंको देखते,
पर उसके खुश्बु की महेक
आज भी दिल से नही उतरती

किसी इत्र की दराज़ से.......

1194


आधे से कुछ ज़्यादा है .......
पूरे से कुछ कम.....
कुछ जिन्दगी...
कुछ ग़म …....
कुछ इश्क.....
कुछ हम…

1193


धडकनो की यही तो खास बात है...
उनका दीदार हो बस.......
भरे बाजार में भी ,
साफ़ सुनाई पडती है…….

1192


उसके जीवन का हर फैसला,
मेरे लिए अनमोल था, क्योंकि...
उसने हर फैसले में सिर्फ एक ही लफ्ज कहा,
"जैसा तुम कहो"

1191


जिन्दगी जरूरतों का नाम है,
ख्वाहिशों का नहीं...
जरूरत फ़कीरों की भी पूरी हो जाती है ;
ख्वाहिशों बादशाहों की भी अधुरी रह जाती हैं...!

4 April 2017

1190


प्यार में कोई तो दिल तोड़ देता है...
दोस्ती मेँ कोई तो भरोसा तोड़ देता है...
जिंदगी जीना तो कोई
गुलाब से सीखे.....

जो खुद टूट कर...
दो दिलों को जोड़ देता है !!!

1189


मशवरा तो खूब देते हो
"खुश रहा करो"

कभी कभी वजह भी
बन जाया करो…!

1188


न दवा न दुआ
यह मोहब्बत है मेरे यार ...
इसमे भूलते नही ...
रोजाना मरते है हजार बार ।

1187


हमे पता है,
तुम मुसाफीर कही और के हो,

हमारा शहर तो,
युही बीच रास्ते मे गया था।

1186


हकीक़त कहो तो उनको ख्वाब लगता है ...
शिकायत करो तो उनको मजाक लगता है
कितने सिद्दत से उन्हें याद करते है हम …....

और एक वो है … जिन्हें ये सब इत्तेफाक लगता है……

1185 जिंदगी कबूल शायरी


तू सचमुच जुड़ा है,
गर मेरी जिंदगीके साथ...
तो कबूल कर मुझको,
मेरी हर कमीके साथ !!!

1184


अनदेखे धागे मे
बांध गया कोई
कि वो साथ भी नही और
हम आजाद भी नही।

1183


दिल तो करता है के मै
खरीद लु ये तेरी तन्हाई,

पर अफसोस मेरे पास खुद
तन्हाई के सिवा कुछ नहीं . . . !

3 April 2017

1182


वाह् फ़राज़ बड़ी जल्दी
खयाल आया हमारा।
बस भी करो अब चूमना.......

उठने भी दो अब जनाजा मेरा.......

1181


मुद्दतें हो गयी कोई शख्स तो अब
ऐसा मिले फ़राज़।
बाहर से जो दिखता हो...

अंदर भी वैसा ही मिले...

1180


उससे खफा होकर भी देखेंगे
एक् दिन फ़राज़।
के उसके मनाने का
अंदाज कैसा है.......

1179


वजह पूछने का तो
मौका ही नहीं मिला फ़राज़।
वो लहेजा बदलते गए और

हम अजनबी होते गए.......

1178


गलत सुना था की,
इश्क़ आँखों से होता है फ़राज़।
दिल तो वो भी ले जाते है,

जो पलके तक नही उठाते.......

1177


शक तो था मुहब्बत में
नुकसान ही होगा फ़राज़।
पर सारा हमारा ही होगा
ये मालूम न था.......

1176


औकात क्या है तेरी ऐ फ़राज़।
चार दिन की मुहब्बत भी
तुझे तबाह कर देती है.......

1 April 2017

1175


कर अपने दर्द दिल की नुमाइश
शायरी में बयां फ़राज़।

लोग और टूट जाते है
हर लफ्ज को अपनी दास्तान समझकर.......

1174


झूठ बोलने का रियाज
करता हूँ मैं सुबह शाम फ़राज़।

सच बोलने की अदा ने
हमसे कई अजीज यार छिन लिए.......

1173


बिछड़ना है तो यूँ करो
रूह से निकल जाओ फ़राज़।

रही बात दिल की
तो उसे हम देख लेंगे.......

1172


अब तेरी आँखों में
ये आँसू किसलिए फ़राज़।

जब छोड़ ही दिया था
तो भुला भी दिया होता.......

1171


सुना है तुम ले लेते हो बदला
हर बात का फ़राज़।
आजमाएंगे कभी
तेरे लबों को चूम के........