5366
रख सको तो
एक निशानी हैं
हम,
भूल जाओ तो
एक कहानी हैं
हम l
खुशीकी धूप हो
या गमके बादल,
दोनोमें
जो बरसे वो
पानी हैं हम ll
5367
भूल जानेका
हौसला ना हुआ,
दूर रह कर
भी वो जुदा
ना हुआ;
उनसे मिल कर
किसी और से
क्या मिलते,
कोई दूसरा उनके जैसा
ना हुआ.......
5368
जिसको तुम भूल
गये,
याद करे कौन
उसको...
जिसको तुम याद
हो,
वो और किसे
याद करे...!
5369
तुम दूर बहोत
हो हमसे,
ये हम जानते
हैं...
तुमसे करीब भी
कोई हैं,
बस ये मत
भूल जाना तुम...
5370
निकलते हैं आंसू
जब मुलाक़ात नही
होती,
तड़पता हैं दिल
जब बात नही
होती...
आप याद न
आओ ऐसी सुबह
नही होती,
हम आपको भूल
कर सोये ऐसी
रात नही होती...