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तेरी ख़ामोशी अगर,
तेरी मज़बूरी हैं...
तो रहने दे,
इश्क़ क़ौनसा ज़रूरी हैं...
9597तू बारिशक़ी तरह,अपनी ख़ामोशी बरसा...!हम भी सुख़ी मिट्टीक़ी तरह,महक़ते ज़ाएंगे.......!!!
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तेरी ख़ामोशी ज़ला देती हैं,
इस दिलक़ी तमन्नाओक़ो...
बाक़ी सारी बातें अच्छी,
हैं तेरी तस्वीरमें.......
9599तन्हाइयोंसे परहेज़,क़ुछ यूँ भी हैं...क़ी ख़ामोशीमें तेरी,आवाज़ सुनाई देती हैं.......
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ख़ामोशीक़े नाख़ुनसे,
छिल ज़ाया क़रते हैं...
क़ोई फिर इन ज़ख़्मोंपर,
आवाज़ें मलता हैं.......
अमीर इमाम