4736
चाहा हैं तुम्हें
अपने अरमानसे
भी ज्यादा,
लगती हो हसीन
तुम मुस्कानसे
भी ज्यादा,
मेरी हर धड़कन
हर साँस हैं तुम्हारे लिए,
क्या माँगोगे जान मेरी
जानसे भी
ज्यादा।
4737
दिन बीत जाते
हैं सुहानी यादें
बनकर,
बाते रह जाती
हैं कहानी बनकर,
पर यार हमेशा
साथ रहते हैं;
कभी मुस्कान तो कभी,
आँखोंका पानी
बनकर...!
4738
खुदको देखकर आईनेमें,
आँसू निकल आये...
दूसरोंको मुस्कान
देनेकी खातिर,
खुदको क्या
बना लिया.......!
4739
उस मुस्कानसे खूबसूरत,
और कुछ नहीं
हैं...
जो आँसुओंसे संघर्ष
कर,
आती हैं.......
4740
यु तो आपसे,
शिकायते बहूत हैं...
पर आपकी एक
मुस्कान,
काफी हैं सुलहके लिए.......!
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