3 September 2020

6426 - 6430 दिल इश्क़ प्यार दर्द जिन्दगी आशिक़ घायल मजबूर तलाश नजर इलाज शायरी

 

6426
इलाज ये हैं कि,
मजबूर कर दिया जाऊँ...
वगरना यूँ तो किसीकी,
नहीं सुनी मैंने.......
                         जौन एलिया

6427
नजरोंके तीरसे,
जो घायल होते हैं...
वही आशिक़ इश्क़में,
पागल होते हैं.......!

6428
मैंने कब कहा,
मुझे तख्तों ताज चाहिए...
हमें तो बस अपने दर्द--दिलका,
इलाज चाहिए.......

6429
प्यार अब अँधा नहीं हैं,
उसने इलाज करवा लिया हैं;
अब वो पैसा, गाड़ी, बंगला,
सब देखता हैं ll

6430
तलाशनेमें इलाज--जिन्दगी,
कई और मर्ज पाल लिए हमने...

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