12 September 2020

6471 - 6475 दिल धडकन ख्याल जिन्दगी कोशिश मन्ज़िल लब तमन्ना शायरी

 

6471
तमन्ना करनेसे ही, पुरी होती हैं,
हर तमन्ना दिल धडकनेसे ही, पुरी होती हैं...
हर सपना कोशिश करनेसे, हर राह आसान हो जाती हैं,
और आगे बढनेसे, हर मन्ज़िल मिल जाती हैं.......

6472
फिरसे एक बार दिलमें, तेरा होनेकी तमन्ना हैं...
तुम्हारे ही ख्यालोंमें, खोने की तमन्ना हैं...
मुद्दतसे इन आँखोंमें, तराविश नहीं झलकी,
आकर फिरसे रुला जाओ, के फिर रोनेकी तमन्ना हैं...

6473
खत्म कर देगी किसी दिन ये, तमन्ना--हयात;
रात-दिन कोशिशमें जीनेकी, मरा जाता हूँ मैं...
जिन्दगीके दाम इतने गिर गये, कुछ गम नहीं;
मौतकी बढ़ती हुई कीमतसे, घबराता हूँ मैं.......
                                                           नीरज जैन

6474
लबपें आती हैं दुआ, बनके तमन्ना मेरी...
ज़िन्दगी शम्माकी सूरत, हो ख़ुदाया मेरी...
दूर दुनियाका, मेरे दम अन्धेरा हो जाये...
हर जगह मेरे चमकनेसे, उजाला हो जाये...

6475
ज़िंदगी बड़ी अजीब होती हैं,
कभी हार, कभी जीत होती हैं l
तमन्ना रखो समंदरकी गहराई छूनेकी,
किनारोंपें तो बस, ज़िंदगीकी शुरुवात होती हैं ll

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