10 January 2022

8066 - 8070 फ़िक्र दिल नज़र क़ाज़ल ज़ुबां ज़िन्दग़ी अरमान याद नाम शायरी

 

8066
फ़िर लग़ेग़ी नज़र आपक़ो,
देख़ो आप फ़िरसे...
क़ाज़ल लग़ाना भूल ग़यी...!

8067
तेरा ही रहूंग़ा, ख़ुद ही क़ो,
ज़ुबां दिए ज़ा रहा हूँ...
तुझे याद क़िए ज़ा रहा हूँ,
तेरा नाम लिए ज़ा रहा हूँ...

8068
एक़ नाम, एक़ ज़िक्र,
एक़ तुम और एक़ तुम्हारी फ़िक्र...
बस यहीं हैं,
छोटीसी ज़िन्दग़ी मेरी...

8069
ज़ुबांसे क़म,
दिलसे ज़्यादा...
लिया हैं मैंने,
ख़ुदासे ज़्यादा,
तेरा नाम.......

8070
उस दिन दिलक़े,
पूरे हो ज़ाएंग़े सारे अरमान...
ज़िस दिन तेरे नामक़े साथ,
ज़ुड़ ज़ाएग़ा मेरा नाम.......!!!

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