22 January 2022

8126 - 8130 सितमग़र मोहब्बत नसीब क़रार अंज़ाम दिल ख्वाब नाम शायरी

 

8126
नाम पानीपें लिख़नेसे क़्या फ़ाएदा,
लिख़ते लिख़ते तिरे हाथ थक़ ज़ाएँग़े...
                                          बशीर बद्र

8127
नाम तेरा भी रहेग़ा,
सितमग़र बाक़ी...
ज़ब हैं फ़िरऔन,
चंग़ेज़क़ा लश्क़र बाक़ी....
अनीस अंसारी

8128
क़रार दिलक़ो सदा,
ज़िसक़े नामसे आया l
वो आया भी तो,
क़िसी और क़ामसे आया...ll
                      ज़माल एहसानी

8129
तू ना निभा सक़ी तो क़्या.
मैं अपनी मोहब्बतक़ो अंज़ाम दूंग़ा...
तुझसे मिलना ना हुआ नसीबमें तो क़्या,
मैं अपनी औलादक़ो तेरा नाम दूंग़.......

8130
तेरे नामसे ज़ानी ज़ाऊ,
ऐसा कुछ हो ज़ाए...
मेरे ख्वाबोंमें ही सही,
तेरा मेरा नाम जुड़ ज़ाए...!!!

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