26 January 2022

8141 - 8145 मोहब्बत नाम एहसास साथ फ़रेब दुनिया रहबर माहौल ज़माना ख़ुदा शायरी

 

8141
ख़ुदा क़रे वो मोहब्बत,
जो तेरे नामसे हैं...
हज़ार साल गुज़रनेपें भी,
ज़वान ही रहे.......

8142
ख़ुदा ऐसे एहसासक़ा नाम हैं...
रहे सामने और दिख़ाई दे...!
बशीर बद्र

8143
साथ रख़िए क़ाम आएग़ा,
बहुत नाम--ख़ुदा...
ख़ौफ़ ग़र ज़ाग़ा तो फ़िर,
क़िसक़ो सदा दी ज़ाएग़ी.......

8144
ख़ुदाक़े नामपें,
क़्या क़्या फ़रेब देते हैं...
ज़माना-साज़ ये रहबर भी,
मैं भी दुनिया भी.......
मंसूर उस्मानी

8145
ख़ुदाबंदा मेरी ग़ुमराहियोंपर,
दरग़ुज़र फ़रमां...
मैं उस माहौलमें रहता हूँ,
ज़िसक़ा नाम दुनिया हैं.......
                              अक़बर हैंदरी

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