4 February 2017

921 जिंदगी लम्हें किताब साँस ख्वाब हिसाब जरुरतें ख्वाहिशे सवाल जवाब शायरी


921

जिंदगी, Life

लम्होंकी एक किताब हैं जिंदगी,
साँसों और ख्वाबोंका हिसाब हैं जिंदगी,
कुछ जरुरतें पुरी कुछ ख्वाहिशे अधुरी
इन्ही सवालोंका जवाब हैं जिंदगी।l

Life is a book of moments,
Life is a calculation of breaths and dreams,
Some needs are fulfilled, some wishes are unfulfilled
Life is the answer to these questions l

3 February 2017

920 रोशनी चेहरे आँख शायरी


920

रोशनी, Light

इतनी रोशनी हैं,
चेहरेमें उसके,
मेरी आँखोंके पतंगे,
वहीं उड़ते मिलते हैं।

There is so much of light,
In her face,
Butterflies in my eyes,
Found flying around her.

919 माँग भूल दुआ नाम शायरी


919

दुआ, Blessings

माँगना भूल जाऊँ तुम्हें,
हर नमाज़के बाद...,
इसलिये मैने तुम्हारा नाम,
दुआ रख दिया...!!!

Not to forget to ask for you,
After every namaz...,
That's why I named you,
Blessings...!!!

918 दिल मेहमान सुलतान सल्तनत शायरी


918

सल्तनत, Kingdom

किसने कहां, तू मेरे दिलमें,
मेहमान बनके आया कर...
ये तेरी सल्तनत हैं, जबभी आया कर,
सुलतान बनके आया कर…!

Who told you, In my heart,
Come as a guest...
This is your kingdom, whenever you come,
Come as a Queen...!

917 ज़रुरत चाह नफरत पुराने शायरी


917

नफरत, Hate

ज़रुरत हैं मुझे कुछ,
नए नफरत करनेवालोंकी,
पुरानेवाले तो अब,
चाहने लगे हैं मुझे…

I need something,
New haters,
Now the old ones,
Have started liking me…

916 लोग बदल उदासी संभल चेहरे झलक दर्द मुस्कुरा सीख शायरी


916

सीख, Learn

कुछ लोग कहते हैं, की बदल गया हूँ मैं,
उनको ये नहीं पता, की संभल गया हूँ मैं l
उदासी आज भी मेरे चेहरेसे झलकती हैं, पर
अब दर्दमें भी मुस्कुराना सीख गया हूँ मैं...ll

Some people say that I have changed,
They don't know that I have regained my composure.
Sadness is still visible on my face, but
Now I have learned to smile even in pain...ll

2 February 2017

915 आँख पलक झपकि चाहत पनाह सलाम शायरी


915

पनाह, Shelter

उन आँखोंकी झपकियोंको भी...
सौ दफा सलाम हैं...
दिल...
जिन आँखोंकी पलकोंके नीचे...
मेरी चाहत पनाह लेती हैं ...

Even the blinks of those eyes...
I salute a hundred times...
O heart...
Whose eyes under the eyelids...
My desires take a shelter...

914 मोहब्बत दीदार दौर अजब फलसफा वक्त थम इंतजार शायरी


914

फलसफा, Philosophy

अजब फलसफा हैं वक्तका,
मोहब्बतके दौरमें,
इंतजार-ए-मोहब्बतमें वक्त कटता नहीं...
दीदार-ए-मोहब्बतमें वक्त थमता नहीं...

Time is a strange philosophy,
In the times of love,
Time does not passes in waiting for love...
Time does not stop while seeing love...

913 ज़िन्दगी हकीकत इश्क ख़्वाब फरेब शायरी


913

हकिकत, Deception

तू हकिकत-ए-इश्क हैं,
या कोई फरेब...
ज़िन्दगीमें आती नहीं,
ख़्वाबोंसे जाती नहीं...

Are you a reality of love,
Or some deception...
Neither come in life,
Nor gos away from Dreams...

912 दिल मोहब्बत बात जमाना चेहरा शायरी


912

चेहरा, Face

दिलोंकी बात भले,
करता हो जमाना...
मगर मोहब्बत आज भी,
चेहरोंसे ही होती हैं...

Whatever about the heart,
The world talks about...
But love still exists,
It is through faces only...

911 दौर लफ़्ज़ पढ़ने शायरी


911

लफ़्ज़, Word

ये वो दौर हैं कि पढ़नेवालें...
हर लफ़्ज़को छूके देखते हैं...

These are the times when readers...
Every word is tested by touching...

31 December 2016

910 इश्क़ इनकार इक़रार लज़्जत शायरी


910

लज़्जत. Relish

इनकार जैसी लज़्जत…
इक़रार में कहां...
बढता हैं इश्क़...
उसकी ना-ना से. . .

Denial like relish…
Is where in acceptance...
Love grows...
Because of her No No. . .

909 मोहब्बत इश्क़ क़ीमत ज़रूरी शायरी


909

इश्क़ मोहब्बत, Love Affection

उसको भी हमसे मोहब्बत हो...
ज़रूरी तो नहीं,
इश्क़ ही इश्क़की क़ीमत हो...
ज़रूरी तो नहीं !

He must be in affection with me too...
It is not necessary,
The price of Love is to be Love,
Is not necessary!

908 दिल इजहार इकरार बेकरार शायरी


908

बेकरार, Desperate

ना कोई इजहार हैं,
ना कोई इकरार हैं,
फिर ना जाने क्यूँ ये दिल,
इतना बेकरार हैं...l

There are no expressions,
There is no acceptance,
Then I don't know why this heart,
So desperate...l

30 December 2016

907 दिल टूट क़ब्र संवार जिन्दा शायरी


907

टूटे दिल, Broken Hearts

फिर नहीं बसते वो दिल,
जो एक बार टूट जाएं ...
क़ब्रें कितना ही संवारों,
कोई जिन्दा नहीं होता ll

Those hearts don't recover,
Once broken...
No matter how much you decorate the graves,
no one is becomes alive.

906 ज़िन्दगी मोहब्बत शौक ख़ुदकुशी यार शायरी


906

ख़ुदकुशी, Suicide

शौक-ए-ख़ुदकुशी हैं,
ये भी यारों...
थक गए जो ज़िन्दगीसे,
वो मोहब्बत कर बैठे...!

Pleasure in Suicide,
This too friends...
Those who are tired of life,
They fell in love...!

29 December 2016

905 पालक बाजार नादान बच्चे सब्जी शायरी


905

जवाब, Answer

आज बाजारमें देखा ,
कुछ नादान बच्चे सब्जी बेच रहे थे !
मैने पूछा "पालक" हैं क्या ?
बच्चोंका जवाब सुनकर मेरा मन भर आया . . .
बोले "पालक" होते तो क्या सब्जी बेचते...?

Saw in the market today,
Some innocent children were selling vegetables!
I was asked what is "Palak" ?
I was surprised to hear the children's response...
They said, If "Palak" would have been there,
Would they have been selling vegetables...?

(Note: Spinach in English is "Palak" the name of vegetable in Hindi (Indian) language; also the other meaning of this word is "Parents". That is why this poem can not be translated word to word.)

904 रूह मान रिश्ता शायरी


904

रूह, Soul

मानों तो,
एक " रूहका रिश्ता " हैं,
हम सभीका...
ना मानों तो,
" कौन "  क्या  " लगता " हैं,
किसीका . . .।

Believe it or not 
It's a "Soul relationship"
Of all of us...
If you don't agree then
who belongs to whom...

903 हजार वादें काफी छोड़ बहाना शायरी


903

बहाना, Excuse

आज तो हजारों वादें कर रहे हो,
मुझे पानेके लिए...,
कल एक बहाना ही काफी होगा,
मुझे छोड़ जानेके लिए . . . ! ! !

Today you are making thousands of promises,
to get me...,
Tomorrow an excuse will be enough,
To leave me. . . ! ! !

902 दिल सोंच शायरी


902

दिल, Heart

वो कहते हैं...
तुम दिलसे नहीं सोंचते;
दिल तो उनके पास हैं...
ये वो क्यों नहीं सोंचते...!

She says...
You don't think from your heart;
My Hearts is with her...
Why don't she thinks of it...!

901 दरवाजा खुला बसा शायरी


901

दरवाजा, Door

एक दरवाजा क्या खुला मुझमें,
फिर तो हर कोई आ बसा मुझमें...

Did a door open in me,
Then everyone came and settled in me...

900 सच फरेब मान इंतिहान शायरी


900

इंतिहान, Test

सचका इंतिहान,
कर लिया हमने;
फरेबको सच,
मानते मानते......

The test of true,
I have done;
By believing,
deception a truth......

899 सुन खुद मिल बहुत बुरे लोग मन शायरी


899

बुरे, Bad

अब खुदसे मिलनेको,
मन करता हैं...
लोगोंसे सुना हैं कि,
बहुत बुरे हैं हम......

Now Feeling like,
To meet myself...
I have heard from people that,
WI are very bad...

898 जिंदगी नफरत प्यार खुशियाँ सोच समझ वादा शायरी


898

वादे, Promises

नफरतको हम प्यार देते हैं,
प्यारपें खुशियाँ वार देते हैं,
बहुत सोच समझकर हमसे
कोई वादा करना,
ऐ दोस्त हम वादेपर जिंदगी
गुजार देते हैं...

We give love to hatred,
When in Love, gives happiness,
Think very carefully
When make a promise,
Hey friend, we let go life on promise...

28 December 2016

897 इरादा बहुत नज़दीक बिछड़ शायरी


897

बिछड़, Separate

बहुत नज़दीक आते जा रहे हो,
आजकल तुम...!
क्या वाकई बिछड़नेका,
इरादा कर लिया हैं तुमने... ?

You are coming very close,
Nowadays...!
Is it really true to be separated
Have you made up your mind...

896 गिलास बोतल पीना छोटा शायरी


896

छोटा गिलास, Small Glass

यूँ तो ये गिलास,
कितना छोटा हैं...
पर न जाने कितनी बोतलें,
पी गया होगा...

Well, this glass,
How small it is...
But who knows how many bottles,
Must have drank...

27 December 2016

895 मोहब्बत चाहत दिल्लगी अक्सर तोल तराजू टूट शायरी


895

दिल्लगी, Pleasantry

ना तोल मेरी मोहब्बत,
अपनी दिल्लगीसे,
देखकर मेरी चाहतको,
अक्सर तराजू टूट जाते हैं...!

Don't weigh my love,
With your pleasantry,
Seeing my desires,
Scales often break...!

894 अफसाने बरबादी गम दुनियाँ चमन गैर वीराने बेगाने शायरी


894

गैर, Strangers

अगर ना होता बरबादीका गम,
अफसाने कहां जाते...
दुनियाँ होती चमन,
तो वीराने कहां जाते...
अच्छा हुआ अपनोमें,
कोई तो गैर निकला,
सभी होते अपने,
तो बेगाने कहां जाते...?

If there was no sorrow of destruction,
Where do the stories go...
If the world would have been Garden,
So where do they go in the wilderness...
It's good in our owns,
Someone turned out to be a stranger.
Everyone would have been ours,
So where do the strangers go...?

893 जिंदगी साँस याद दिल धडकन शायरी


893

धडकन, Heartbeats

तुझे याद करना भी अब,
दिलका धडकनासा बन गया हैं... 
पता नहीं जिंदगी साँसोंसे चल रहीं हैं,
या तेरी यादोंसे...

Now even remembering you,
Has become heartbeat of my Heart... 
I don't know, life is going on with breaths,
Or by your memories...

892 प्यार नशा बुरी लत शायरी


892

लत, Addiction

उसने हर नशा सामने लाकर रख दिया;
और कहां...
सबसे बुरी लत कौनसी हैं...
मैने कहां, तेरे प्यारकी...

He brought every intoxication in front of me;
And asked...
What is the worst addiction...
I said, Your love...

891 दिल रिश्ता शख्स काफी शायरी


891

कतार, Queues

मुझे रिश्तोंकी,
लंबी कतारोंसे मतलब नहीं
कोई दिलसे हो मेरा,
तो एक शख्स ही काफी हैं…।

I don't believe in, 
Long queues of relationships.
Someone pleases my heart,
So one person is enough….

26 December 2016

890 मुश्किल मना रूठा शख्स बात शायरी


890

मनाना, Convince

कितना मुश्किल हैं,
मनाना उस शख्सको...
जो रूठा भी ना हो और,
बातभी ना करे…!

How difficult it is,
To convince that person...
Who is neither angry,
Nor even talking...!

889 प्यार बेपनाह ख्वाहिश महसूस शायरी


889

महसूस, Feel

मैने कभी नहीं कहां,
की तू भी मुझे बेपनाह प्यार कर...,
बस इतनीसी ख्वाहिश हैं मेरी,
की "तू मुझे महसूस कर ll"

I never said,
That you also love me unconditionally...,
This is my only desire,
That "You feel me"

888 दिल मोहब्बत बेजुबा धडकन वजूद दु:ख करीब बारिश साथ शायरी


888

वजूद, Existence

मेरी मोहब्बत बेजुबा होती रहीं,
दिलकी धडकनें अपना वजूद खोती रहीं l
कोई नहीं आया मेरे दु:खमें करीब,
एक बारिश थी जो मेरे साथ रोती रहीं ll

My love remained speechless,
Heartbeats kept losing their existence.
No one came close to me in my sorrows,
There was a rain that kept crying with me.

887 याद किम्मत सहारे मतलब शायरी


887

किम्मत, Value

यादोंकी किम्मत वो क्या जाने,
जो ख़ुद यादोंको मिटा दिए करते हैं ;
यादोंका मतलब तो उनसे पूछो जो,
यादोंके सहारे जिया करते हैं . . . !

How she knows the value of memories?
Who themselves erase memories;
Ask those who mean memories,
Who live with the help of memories...!

886 वक्त बदल नाम बात शायरी


886

नाम, Name

वो वक्त कुछ और था जब सबसे,
तेरी ही बातें होती थी...
आज तेरा कोई नाम भी ले,
तो हम बात बदल देते हैं......

That time was different when with everyone,
I used to talk only about you...
If someone take your name today,
So change the topic...

885 दिल प्यार समझ बेक़रार नादान पागल अमानत इंतज़ार शायरी


885

अमानत, Property

कितना समझाया दिलको,
कि तू प्यार ना कर;
किसीके लिए खुदको,
बेक़रार ना कर;
वो तेरे लिए नहीं हैं नादान;
पागल,
किसी औरकी अमानतका इंतज़ार ना कर...

How much did I explain to you, my heart?
That you don't fall in love;
For someone else,
Don't be restless;
She is not for you silly person;
O crazy one,
Don't wait for someone else's property...

884 दूर टूट चूभ शायरी


884

चूभ, Pierced

हो सके तो,
दूर रहो मुझसे,
टूटा हुआ हूँ,
चूभ जाऊँगा...

If possible,
Stay away from me,
I am broken,
You will get pierced...

883 दर्द नाम बेबसी राज़ शायरी


883

राज़, Secret

किसीने जब मेरी शायरीमें,
दर्दका राज़ पुछा...
तो मेरी बेबसी तो देख़,
मैं तेरा नाम भी नहीं ले सका ll

When someone in my poetry,
Asked the secret of my pain...
So look at my helplessness,
I couldn't even utter your name.

882 देख अक्सर एहसास गम ख़ास पल बात शायरी


882

एहसास, realize

देखकर उसको अक्सर,
हमें एहसास होता हैं,
कभी कभी गम देनेवालाभी,
बहुत ख़ास होता हैं,
ये और बात हैं,
वो हर पल नहीं होता हमारे पास,
मगर उसका दिया हुआ गम,
अक्सर हमारे पास होता हैं…!

Seeing him often,
I realize,
Sometimes even saddening,
is very special,
This is another matter,
We don't have that every moment.
But the sorrow given by her,
Often be with me…!

881 दाग बेदाग इल्ज़ाम वक्त सरहद दोस्त दुश्मन शायरी


881

दाग, Stain

दाग लगाकर जो खुद बेदाग हो गए...
इल्ज़ाम लगा अब वो थानेदार हो गए...
वक्तकी सरहद पर खड़े हैं...
दोस्त थे जो, अब वो दुश्मन हो गए...!

Those who themselves became spotless by applying stains...
Accused now he has become a police officers...
Standing on the border of time...
Those who were friends have now become enemies...!

25 December 2016

880 समझ पता सपने नींद शायरी


880

सपने, Dreams

मैं समझा,
यहाँ सब अपने थे,
जब नींदसे जागा तो पता चला...
सारे सपने थे...

I thought,
Everyone here was mine,
When I woke up from sleep I came to know...
All were dreams...

879 आलसी माँग शायरी


879
आलसी, Lazy

मुझसा ही आलसी,
मेरा खुदा हैं,
ना मैं कुछ माँगता हूँ और
ना वो कुछ देता हैं !

Lazy like me,
He is my God,
I don't ask for anything and
Neither does he give anything!

878 मोहब्बत पता बातें शायरी


878

मोहब्बत, Love

हमें क्या पता था,
मोहब्बत हो जाएगी,
हमें तो बस तेरी बातें,
अच्छी लगती थी…!!!

Did I knew,
Love will happen,
All I liked,
Your words...!!!

877 वक़्त आजमा रोके पुकार शायरी


877

आजमा, Attempt

अभी जरा वक़्त हैं,
उनको हमें आजमाने दो।
रो रोके पुकारेंगे हमे ;
जरा वक़्त तो आने दो।

There is still some time,
Let her make an attempt on me.
Will cry and call me;
Just let time come.

876 दिल ओठ जमाने तकल्लूफ आँख पुकार शायरी


876

ताल्लुक, Relationship

तुम हमें कभी दिल,
कभी आँखोंसे पुकारो ;
ये ओठोंका ताल्लुक,
तो जमानेके लिए हैं...

Call me by Heart,
Or by Eyes;
Relationship of Lips,
Is for the society...

23 December 2016

875 मुलाकात जुल्फें संभाल बेबस शायरी


875

जुल्फें, Tendril

पहली मुलाकात थी,
हम दोनों ही थे बेबस;
वो जुल्फें संभाल पाए...
और हम खुदको।

It was our first meeting,
Both of us were helpless;
You Couldn't handle Tendril...
And me myself.

874 पीना पल मोहब्बत शराबी शायरी


874

शराबी, Alcoholic

पीना तो मुझे, 
आता भी नहीं था ;
वो तो तेरी दो पलकी मोहब्बतने,
मुझे शराबी बना दिया...

I didn't even know,
How to drink,
That are your love of two moments,
Made me an alcoholic...

873 वफा सिलसिला मोहब्बत दर्द शायरी


873

सिलसिला, Seriality

हमने कब माँगा हैं तुमसे,
वफाओंका सिलसिला;
बस दर्द देते रहा करो,
मोहब्बत बढ़ती जायेगी !

When have I asked you,
Seriality of loyalties;
Just keep me hurting,
Love will keep increasing!

872 दुनियाँ महफ़िल थक आवाज़ अक्सर अकेले शायरी


872

आवाज़, Bawl

कभी थक जाओ तुम,
दुनियाँकी महफ़िलोंसे,
हमें आवाज़ दे देना,
हम अक्सर अकेले होते हैं . . . ।

Sometimes you get tired,
From the gatherings of the world,
Give a bawl,
I am often alone. . . 

871 खूबसुरत आँख देख उलझन शायरी


871

उलझन, Implications

हम इतने खूबसुरत तो नहीं हैं,
मगर हाँ...
जिसे आँख भरके देख ले,
उसे उलझनमें डाल देते हैं !!!

We are not that beautiful,
But yes...
Whom I take a look filling up eyes,
Puts him in implications !!!

22 December 2016

870 याद रिश्ता मुद्दत दामन शायरी


870

दामन, Hems

यह यादोंका ही रिश्ता हैं,
जो छूटता नहीं;
वरना मुद्दत हुई कि वो,
दामन छुडा चले गए।

This is a relationship of memories only,
Which does not go away;
Otherwise it's time that he,
Left the hems free.