31 October 2016

685 मुस्कुरा नजर मोहब्बत जमाने आँख शायरी


685

Aankh, Sight

कभी इतना भी मत मुस्कुराना,
नजर लग जाए जमानेकी...
हर आँख मेरी तरह,
मोहब्बत भरी नहीं होती...!!!
Never Smile in such a Way
That it becomes Eye Catching for Society,
Not every Sight like me
Is Full of Affection...!!!

683 फासले ऐतराज़ भुला अंदाज़ शायरी


683

Andaz, Spirit

फासले और बनालो...
ऐतराज़ हमने कब किया,
तुम भी ना भुला सकोगे मुझको...
वो अंदाज़ हूँ मैं . . .
Make all the Distances...
I never took Objection,
You will never forget me...
I am that Spirit . . .

684 इंतज़ार यार दिये रात गली ख़बर शायरी


684

Khabar, News

इंतज़ार--यारकी,
यूँ हो गयी सबको ख़बर...
रातभर मेरी गलीके
सब दिये जलते हें......
Waitting for my Love
In the way News was Spread...
Whole night in the Lane
All Lights were Glowing.......

682 दोस्ती शुक्रिया भूल सिख दुआ अदा पल याद शायरी


682

Shukriya, Thanks

दोस्तीका शुक्रिया कुछ इस तरह अदा करू,
आप भूल भी जाओ तो मैं हर पल याद करू,
खुदाने बस इतना सिखाया मूझे,
कि खुदसे पहले आपके लिए दुआ करू !

How to pay Thanks of Friendship,
Though you forget I will remember every Moment,
God has taught me this much,
That I shall Pray for you before me !

681 गुमनामी पनाह बदनाम नाम चाहत दोस्त शायरी


681

Gumnami, Anonymity

गुमनामीका नाम ही,
चाहत हैं मेरे दोस्त,
पनाह मिलतेही चाहत,
बदनाम हो जाती हैं
Wanting is the name of
Anonymity is my Friend,
On getting Shelter
It becomes Infamous.

28 October 2016

680 चाहत सिला शिकवे दरकिनार मुस्कुरा शायरी


680

Shikawa, Complaint

हमारी चाहतोंका,
कुछ यूँ सिला दीजिये...
शिकवे दरकिनार कर,
मुस्कुरा लीजिये l
Of my Wanting
Give some Response,
Ignoring Complaints,
Just Give me a Smile.

679 मोहब्बत कदर छलका लब्ज शायरी


679

Labz, Lips

इस कदर छलकाओ,
इन लब्जोंको,
कहीं हमे आपसे,
मोहब्बत हो बैठे।
Do not Spill over this lips,
That I should not fall in Love with you.

678 रंग सच दोस्त जमाना फिदा कंबख्त अदा शायरी


678

Rang, Colours

रंगोंका क्या कहें मेरे दोस्त,
सच तो यहीं हैं की हर रंग,
अपनी एक एक अदा दिखाता हैं,
इन्ही अदाओंपे कंबख्त,
जमाना फिदा होता हैं ।
What to say about Colours,
The Truth is that every Colour
Shows its own Shades,
Damned on its Shades,
World is Crazy about .

677 जमाना खराब छोड इन्सान पहचान कोशिश पर्दे नकाब गुनाह जरुरत हिसाब शायरी


677

Parda, Mask

तू छोड दे कोशिशें,
इन्सानोंको पहचाननेकी,
यहॉं जरुरतोंके हिसाबसे
सब नकाब बदलते हैं,
अपने गुनाहोंपर सौ पर्दे,
डालकर हर ख्स कहता हैं...
"जमाना बडा खराब हैं "
Leave the Efforts
To Recognize the Person,
As per the need here,
All changes Mask;
Hiding the Sins under Drapers
Everybody says...
"The World is Bad"

676 आसमान जमीन अंदाज जुदाई बिछड़ प्यास आँसू समंदर शायरी


676

Pyas, Thirst

आसमानवाले जमीनपर उतरकर देख,
होती हैं क़्या जुदाई, तू भी बिछड़कर देख...
हमारी प्यासका अंदाज भी अलग हैं दोस्तो,
कभी समंदरको ठुकरा देते हैं. . .
तो कभी आँसू तक पी जाते है. . .

Oh God, land on the Ground and see,
Experience the Separation !
The seance of my Thirst is different my Friend,
Sometimes I reject the the Ocean. . .
Sometimes drink own Tears. . .

27 October 2016

674 मोहब्बत हसरत नसीब शायरी


674

Naseeb, Luck

हो जा मेरी;
कि इतनी मोहब्बत दूंगा तुझे,
लोग हसरत करेंगे...
तेरे जैसा नसीब पानेके लिए !

You become Mine;
That I will Love you so much,
People will Pray for...
Gaining Luck like you !

675 बिल्कुल जरुरी बात समझ आरज़ू शायरी


675

Aarzoo, Wish

ये जरुरी नहीं था बिल्कुल भी कि,
तू मेरी हर बातको समझे...
आरज़ू बस इतनी थी कि तू...
मुझे बस अपना समझे ... !
It was not Necessary
At all That
You Understand my everything...
Wish was that only that You...
Just consider me as Yours ... !

673 प्यार दिल ज़माने तन्हाई रुसवाई जुदाई डर उमंग शायरी


673

Umang, Desire

ज़मानेसे नहीं, तन्हाईसे डरते हैं,
प्यारसे नहीं, रुसवाईसे डरते हैं,
मिलनेकी उमंग हैं दिलमें लेकिन,
मिलनेके बाद, तेरी जुदाईसे डरते हैं...

Not with the Society, Afraid of of Loneliness,
Not with the love, Afraid of Disgracefulness,
Desire of meeting is in the heart but,
Afraid of Separation after meeting...

672 अपनापन लोग बात शायरी


672

Apanapan, Affinity

अपनापन छलके,
जिनकी बातोंमें...!
सिर्फ कुछ लोग ही होते हैं,
ऐसे लाखोंमें...!!!
Affinity spills
In the Talks of whom...!
Only few are there
In Lakhs of People...!!!

671 ख़ुशी खुश नज़र तकदीर तस्वीर शायरी


671

Khushi, Happiness

ख़ुशी तकदीरोमें होनी चाहिए,
तस्वीरोमें तो,
हर कोई खुश नज़र आता हैं...
Happiness should be in the Fate,
In the Photographs,
Everybody looks Happy...

26 October 2016

669 शाखा पनाह हवा बख्श पत्ता आवारा शायरी


669

Aawara, Vagrant

ना शाखाओने पनाह दी,
ओर ना हवाओ ने बख्शा...
पत्ता आवारा ना बनता,
तो फिर क्या करता...!

Neither Branches gave Shelter
Nor Wind Spared...
Leaf doesn't become Vagrant
Then what else would have become .

670 खुशमिजाज मशहूर सादगी कमाल शरारत इंतेहा बेमिसाल तन्हा शायरी


670

Tanha, Lonely

खुशमिजाजी मशहूर थी हमारी,
सादगी भी कमालकी थी,
हम शरारती भी इंतेहा के थे,
अब तन्हा भी बेमिसाल हैं...!

I was famous for my Cheerfulness,
Simplicity was also to the Extent,
My Naughtiness was also at the Peak,
Now mine Loneliness is also Surpassing...!

667 सोने रात नींद शिकवा कसूर खयाल शायरी


667

Shikawa, Complaint

नींदसे क्या शिकवा......
जो आती नहीं रातभर,
कसूर तो उस खयालका हैं,
जो सोने नहीं देता......
Why to Complaint Sleep......
Which never comes in the Night,
The Thought is of that Fault,
Which Doesn't allow to Sleep......

668 ज़िन्दगी मोहब्बत इन्सान चाह भुला बेवफ़ा शायरी


668

Bewafa, Treacherous

किसीको इतना भी चाहो,
कि भुला सको;
क्योंकि,
ज़िन्दगी, इन्सान और मोहब्बत,
तीनों बेवफ़ा हैं !

Not to Love anyone,
That you will not Forget,
Because
Life, Human and Love,
Three are Treacherous !

665 इंसान मुंह सच सामने रंग शायरी


665

Rang, Colour

"कौन कहता हैं कि
इंसान रंग नहीं बदलता हैं...
किसीके मुंहपर एक सच बोल कर तो देखिये...
एक नया ही रंग सामने आएगा..."

"Who says that
People doesn't Change Colours...
Try telling Truth on somebodies Face...
One Different Colour will appear..."

666 कहने सहने ढूंढ जवाब दर्द कमाल सवाल शायरी


666

Sawal, Question

कहनेवालोंका कुछ नहीं जाता​;
सहनेवाले कमाल करते हैं;
कौन ढूंढें जवाब दर्दोंके​;​
लोग तो बस सवाल करते हैं
Nothing is Lost of those who Says;
Those who Tolerate are Amazing;
Who may search Answers for Pains;
People asks only Questions.

664 ख्वाब ख़्वाहिश नज़र कैदी शायरी


664

Qaidi, Prisoner 

कैदी हैं सभी यहाँ...
कोई ख्वाबोंका तो कोई ख़्वाहिशोंका...
और मैं तेरी पहली नज़रका...

All are Prisoners here...
Some of Dreams and others are of Wishes...
And me of your First Look...

23 October 2016

663 जियो दुनियाँ रब पल पसंद शायरी


663

Pasand, Choice

ऐसे जियो की,
अपने रबको पसंद जाओ;
क्योंकि...
दुनियाँवालोकी पसंद तो पल भरमें,
बदल जाती हैं...!

Live in the way that God likes you
Because...
The Choice of People changes
Within a second...!

662 ज़िंदगी आईना सामने वक़्त ठहर नज़र गुज़र वजूद शायरी


662

Wajood, Existance

मेरे वजूदमें काश तू उतार जाए,
मे देखु आईना तू नज़र आए,
तू हो सामने और वक़्त ठहर जाए,
ये ज़िंदगी तुझे यूँ ही देखते हुए गुज़र जाए...

I Hope You Fallout of my Existence,
I look into Mirror and You appear in,
You be in front of me and let the Time stops,
Let the Life pass away staring at you...

661 तन्हाई महसुस शायरी


661

Tanhai, Loneliness

'तन्हाई' महसुस करते समय...!
तुम मेरे सबसे पास होते हो.......!
While Feeling Loneliness...!
You been the closest one to me.......!

22 October 2016

660 समंदर सुना सब्र कहानी उम्र प्यासा शायरी


660

Pyaasa, Thirsty

क्या सुनाऊँ,
अपने सब्रकी कहानी ?
समंदरका रखवाला था,
और सारी उम्र प्यासा रहा
What should I tell
The Story of my Patience ?
Was the Caretaker of Ocean
And remained Thirsty for Life.

659 पिला रुठ़े साँस जहर शायरी


659

Jahar, Poison

आज इतना जहर पिलादो की...
साँस तक रुक जाये मेरी...
सुनां हैं कि साँस रुक जाये तो...
रुठ़े हुए भी देख़नें आते हैं......

Serve me so much of Poison that...
My Breath should also stop...
Heard that when Breath stops...
Despondent also come to see...... 

658 दिल खरीद बात लफ़्ज दौलत शायरी


658

Daulat, Wealth

ना जाने कौनसी दौलत हैं...
तेरी लफ़्जोंमें...!
बात करते हो तो...
दिल खरीद लेते हो...!!!

I wonder which kind of Wealth...
In your Words is...!
When you Talk...
You Purchase my Heart...!!!

657 दिल सुन बोल कयामत शायरी


657

Quayamat, Destruction

ये तो अच्छा हैं कि,
दिल सिर्फ सुनता हैं...
अगर ये बोल पाता,
तो कयामत हो जाती......

Its Good that
Heart Listens only,
If it would have Speak...
It would cause severe Destruction.....

656 जिंदगी बेवफा बिछड़ समेट जला सूखे पत्ते शायरी


656

Sookhe Patte, Dry Leaves

उनसे बिछड़कर,
सूखे पत्तेकी तरह करली जिंदगी,
बेवफा ने ये जानकर,
मुझे समेटकर फिर जला दिया...

Being Apart from Her,
Made Life like Dry Leaves,
Knowing this, The Disloyal,
Gathered me and then Burnout...

20 October 2016

655 दिल बात वक्त खामोश रिश्ता उम्र कम शायरी


655

Kam, Scanty

वक्त मिलते ही,
दिलकी बात कह दिया करो...
खामोश रिश्तोंकी उम्र,
कम होती हैं. . .

Whenever Time favours,
Say out your Word of  Heart ...
Life of Silent Relationships,
Is Scanty . . .

654 ज़िंदगी सच बेहद अच्छी ख़ूबसूरत शायरी


654

Khoobsurat, Beautiful

ज़िंदगी तू सचमें बेहद ख़ूबसूरत हैं...    
फिरभी...
तू अपनोंके बिना...
अच्छी नहीं लगती......!!!

Oh Life You are Really very Beautiful...
Though...
You without your Own ...
Doesn't Look Better......!!!

653 नज़र काली कलम लिख वजह शायरी


653

Wajah, Reason

मेरी शायरीकी,
नज़र  लग जाये उसे...
यहीं वजह हैं जो,
काली कलमसे लिखता हूँ आजकल...!!!

There should not be
Evil Eye of my Shayari on her...
That is the Reason
I use a Black Pen to Write...!!!

652 चेहरे नकाब कहानी किरदार शायरी


652

Kirdaar, Character

हमेशा नहीं रहते,
सभी चेहरे नकाबोमें...!
हर एक किरदार खुलता हैं,
कहानी ख़तम होनेपर…!!

Not always remains
All faces under the Mask...!
Each and Every Character opens up,
At the End of Story...!!

651 ज़िंदगी लम्हा साथ कमबख्त काबिल भरोसा शायरी


651

Bharosa, Certainty

जो लम्हा साथ हैं,
उसे जी भरके जी लेना ,
कमबख्त ये ज़िंदगी,
भरोसेके काबिल नहीं होती...

Live the Life at the Fullest,
In the live Moment,
Damned this Life,
Is not capable for Certainty...

19 October 2016

650 हार जीत रिश्ता अच्छी बेहतर आदत शायरी


650

Aadat, Habit

"जीत" की आदत अच्छी होती हैं,
मगर कुछ रिश्तोमें,
"हारजाना ही बेहतर होता हैं

The Habit of "Winning" is Good,
Though In some Relationships,
"Loosing" is Better.