4711
बेचैनियाँ
बाजारमें,
नहीं
मिला करती यारों...
बाँटने वाला कोई,
बहुत नजदीकी होता
हैं...!
4712
बेताब आँखें... बेचैन दिल...
बेपरवाह
साँसे... बेबस ज़िन्दगी...
बेहाल हम... बेख़बर तुम.......
4713
थकान, टूटन, उदासी,
ऊब, बेचैनी, अकेलापन...
तुम्हारी यादके
संग,
इतना लम्बा कारवाँ क्यूँ
हैं...?
4714
चैनकी ज़िंदगी
थी मेरी,
उनके बगैर भी...
बस उन्होंने अपना कहके,
मुझे बेचैन कर दिया.......!
4715
वक़्तको भी
हुआ हैं,
ज़रूर
किसीसे इश्क़...
जो वो बेचैन
हैं इतना कि,
ठहरता ही नहीं.......!