30 January 2019

3851 - 3855 सौदा मुहब्बत यादें नाराज़ उदास मतलबी आँख धड़कन दिल शायरी


3851
जाने क्या था, जाने क्या हैं,
जो मुझसे छूट रहा हैं...
यादें कंकर फेंक रही हैं,
और दिल अंदर से टूट रहा हैं...

3852
उदास हूँ पर तुझसे नाराज़ नहीं,
तेरे दिलमें हूँ पर तेरे पास नहीं;
झूठ कहूँ तो सब कुछ हैं मेरे पास,
और सच कहूँ तो तेरे सिवा कुछ नहीं।

3853
सोचता हूँ,
अब खुदपर ही लगा दूँ इलज़ाम,
दिल मानता ही नहीं कि,
तुम मतलबी थे...!

3854
"क्या हुआ अगर हम किसीके,
दिलमें नहीं धड़कते...
आँखोंमें तो बहुत ही खटकते हैं...!"

3855
आओ कभी हमारे,
दिलके "डेरे" पर...
तुमसे मुहब्बतका,
"सच्चा सौदा" करना हैं.......

29 January 2019

3846 - 3850 प्यार ख्वाब हकीकत हाथ हथेली वादा किस्सा ख्वाहिश पलक आरजू दिल शायरी


3846
तुम्हारा हाथ पकडकर,
घूमनेको दिल करता हैं...
चाहे वो ख्वाबमें हो,
या हकीकतमें...!

3847
दिलमें,
रखा था तुझे,
बस जरासा...
दिल ही रख लेती...!

3848
लिख दूँ तेरे बाएँ हाथकी हथेलीपर,
कि मुझे तुझसे प्यार हैं...!
सुना हैं दिलसे जुड़ी होती हैं,
इस हाथकी नसें.......!

3849
वो एक तेरा वादा कि,
हम कभी जुदा ना होंगे...
वो किस्सा हम अपने दिलको सुनाकर,
अक्सर मुस्कुराते हैं.......!

3850
किसको ख्वाहिश हैं,
ख्वाब बनकर पलकोमें सजनेकी;
हम तो आरजू बनकर,
तेरे दिलमें बसना चाहते हैं.......

28 January 2019

3841 - 3845 प्यार तन्हाई मुकाम रेशम शिकायत याद तड़प ख्वाहिशें बारिश दिल शायरी


3841
बिना नक्शेके भी पंछी,
पहुँच जाते हैं अपने मुकाम तक...
एक हम इंसान हैं कि,
दिलसे दिलतक भी पहुँचनेमें,
नाकाम रहते हैं.......

3842
फ़क़त रेशमसी गांठे थी,
ज़रासा खोल लेते तुम ।
अगर दिलमें शिकायत थी,
जुबांसे बोल देते तुम...

3843
तेरी यादोंके जो आखिरी थे निशान,
दिल तड़पता रहा, हम मिटाते रहे...
ख़त लिखे थे जो तुमने कभी प्यारमें,
उसको पढते रहे और जलाते रहे.......

3844
आज फिर तन्हाई,
लग जा गले;
के तुझसे लिपटके रोनेको,
बहुत दिल हैं.......!

3845
कहाँ पूरी होती हैं,
दिलकी सारी ख्वाहिशें...
कि बारिश भी हो,
यार भी हो,
और पास भी हो.....

27 January 2019

3836 - 3840 रूह दाग़ दिमाग़ सच्चा रिश्ता जरुरत गहराई पत्थर यकीन दिल शायरी


3836
रूहपर भी,
दाग़ जाता हैं...
जब दिलोंमें,
दिमाग़ जाता हैं...!

3837
सच्चा रिश्ता वो हैं,
जिसकी शुरआत,
दिलसे हो,
जरुरतसे नहीं...

3838
कोई भी रिश्ता ना होनेपर भी,
जो रिश्ता निभाता हैं;
वो रिश्ता एक दिन दिलकी,
गहराईयोंको छू जाता हैं...

3839
लोग कहते थे की,
मेरा दिल पत्थरका हैं...
यकीन मानिये,
कुछ लोग इसे भी तोड़ गए...

3840
अक्सर हार जाती हूँ,
उन लोगोंसे...l
जिनके दिलमें भी,
दिमाग होता हैं...ll

26 January 2019

3831 - 3835 मोहोब्बत प्यार दर्द कुबूल जुबां एहसास बर्बाद याद चेहरे मुस्कान दिल शायरी


3831
दर्द हैं दिलमें, पर इसका एहसास नहीं होता,
रोता हैं दिल, जब वो पास नहीं होता l
बर्बाद हो गए हम उसके प्यारमें,
और वो कहते हैं इस तरह प्यार नहीं होता ll

3832
उसकी यादोंको किसी कोनेमें छुपा नहीं सकता,
उसके चेहरेकी मुस्कान कभी भुला नहीं सकता l
मेरा बस चलता तो उसकी हर यादको भूल जाता,
लेकिन इस टूटे दिलको मै समझा नहीं सकता ll

3833
दुआ जुबांसे नही, दिलसे आती हैं,
क्यूकी उसकी भी कुबूल होती हैं,
जिसे जुबां नही होती.......!

3834
मत कर इतनी मोहोब्बत दिल,
प्यारका दर्द सेह पायेगा l
टूट जायेगा किसी दिन आपनोंके हाथोंसे,
किसने तोडा ये भी किसीसे कह पायेगा ll

3835
दर्द--दिल खुलके,
आज सुना दूँ सबको l
जी चाहता हैं कुछ ऐसा लिखूँ,
के रुला दूँ सबको ।।

25 January 2019

3826 - 3830 मुहब्बत अहसास दीवानगी ज़िद बेवजह सौदा दिल शायरी


3826
उन्होंने हमें आजमाकर देख लिया,
इक धोखा हमने भी खाकर देख लिया;
क्या हुआ हम हुए जो उदास,
उन्होंने तो अपना दिल बहलाके देख लिया...

3827
हमने पूछा, 
दीवानगी क्या होती हैं ?
वो बोले,
दिल तुम्हारा और हुक़ूमत...
हमारी.......!

3828
दिलको उनकी मौजूदगीका,
अहसास कुछ यूँ चाहिए...
कि जितनी दफ़ा हो ज़िद मेरी,
उतने दफ़ा वो चाहिए.......!

3829
छोड़ दिए हमने ऐतबार,
किस्मतकी लकीरोंपें...
जो दिलमें बस जाएँ वो,
लकीरोंमें नहीं मिला करते.......

3830
जब मुहब्बतमें थे,
तब खुश थे हम...
दिलका सौदा किया,
बेवजह किया.......

24 January 2019

3821 - 3825 इश्क़ अरमान इंतज़ार रिश्वत आईना चेहरा दर्द ज़िद चुनाव दिल्लगी मज़ा दिल शायरी


3821
यूँ ही भटकते रहते हैं,
अरमान तुझसे मिलनेके;
ये दिल ठहरता हैं,
तेरा इंतज़ार रुकता हैं

3822
आईना आज फिरसे ,
रिश्वत लेता पकड़ा गया;
दिलमें दर्द था और,
चेहरा हँसता हुआ पकड़ा गया !

3823
तेरी ज़िदसे तंग होकर,
इस्तीफा देने चला हैं ये दिल;
कोई इसे समझाओ की इश्क़में,
फिरसे चुनाव नहीं होते...

3824
दर्द भी दिलके साथ,
दिल्लगी करने लगा;
जुदा दिलसे हुआ और,
गिरने आँखसे लगा...

3825
तेरे श्क़का कैदी बननेका,
अलग ही मज़ा हैं,
छूटनेको दिल नहीं करता,
और उलझनेमें मज़ा आता हैं...

23 January 2019

3816 - 3820 साजिश जंग दुनिया जिंदगी रिश्ता तलाश कोशिश वक़्त हिसाब सौगात खुश दिल शायरी


3816
साजिशें वो रचते हैं दुनियामें,
जिन्हें कोई जंग जीतनी हो...
मेरी कोशिश तो,
दिल जीतनेकी होती हैं;
ताकि रिश्ता कायम रहे,
जबतक जिंदगी हो...!

3817
ज़िंदगीमें सच्चे लोगोंकी,
तलाश करना छोड़ दिया हमने;
लोग तो सिर्फ़ वक़्त बिताने और,
दिल जलानेके लिए ही मिलते हैं...

3818
ज़ुबान कड़वी सही मेरी,
मगर दिल साफ़ हैं...
कब कौन कैसे बदला,
सबका हिसाब हैं.......!

3819
आईनेके सामने खडे होके,
खुदसे ही माफी मांगली हमने;
सबसे ज्यादा अपना ही दिल दुखाया हैं,
दुसरोंको खुश करते करते.......!

3820
बेशुमार धोखोंकी,
सौगात मिलती हैं उन्हें...
जो इंसान दिलके,
साफ़ होते हैं.......!

22 January 2019

3811 - 3815 ख्वाब किस्मत फ़कीर दर्द मुसाफिर तन्हाई नाम नवाब खुशनसीब नखरे दिल शायरी


3811
तरसेगा जब दिल तुम्हारा,
मेरी मुलाकातको...
ख्वाबोंमें होंगे तुम्हारे हम,
उसी रातको.......!

3812
किस्मतके तराज़ूमें तोलो,
तो फ़कीर हैं हम;
और दर्द--दिलमें,
हमसा नवाब कोई नहीं...!

3813
उसके दिलमें,
थोड़ीसी जगह मांगी थी,
मुसाफिरोंकी तरह...
उसने तन्हाईयोंका एक शहर,
मेरे नाम कर दिया.......

3814
बडे खुशनसीब हैं हम,
जो तेरे दिलको भा गये...!
सुना था तेरा दिल,
बड़े नखरेबाज हैं......!

3815
कुदरतके करिश्मेमें अगर रात होती,
तो ख्वाबमें भी आपसे मुलाक़ात होती;
कमबख्त ये दिल हैं हर दर्दकी वजह,
ये दिल होता तो कोई बात होती...

21 January 2019

3806 - 3810 प्यार इश्क मोहब्बत नफरत सुकून कमाल राज अश्क बेशक बरसात दिल शायरी


3806
प्यार करना सीखा हैं,
नफरतोंका कोई ठौर हीं;
बस तू हीं तू हैं इस दिलमें,
दूसरा कोई और हीं...!

3807
इश्क-मोहब्बतका तो,
कुछ पता नहीं...
बस उनको देखते हैं तो,
दिलको सुकून मिलता हैं...!

3808
कमालकी फनकारी हैं,
तुझमें...
वार भी दिलपें,
राज भी दिलपें.......!

3809
चुरा लो बेशक,
मगर हसीं;
अश्कोंकी बरसात भी,
चुरा लो कभी...

3810
लौट आया हूँ फिर,
शायरोंकी बस्तीमें...!
अब कहो दिलका दर्द सुनाऊँ,
या तेरी यादोंकी खुशबु फैलाऊँ...!