11 December 2020

6886 - 6890 दिल मोहब्बत ख़्याल याद तस्वीर ज़ंजीर आँखें आँसू शायरी

 

6886
हसीं तेरी आँखें,
हसीं तेरे आँसू...!
यहीं डूब जानेको,
जी चाहता हैं.......!!!

6887
ख़्यालोंमें तेरी तस्वीर रखकर,
चूम लेता हूँ हथेली...
पर तुम्हारा नाम,
लिखकर चूम लेता हूँ...
तुम्हारे आँखके आँसू,
जो मुझको याद आते हैं...
तो मैं चुपकेसे,
खुद आँसू बहाकर चूम लेता हूँ...

6888
जब जब आपसे,
मिलनेकी उम्मीद नजर आयी...
मेरे पाँवमें,
ज़ंजीर नजर आयी...l
गिर पड़े आँसू आँखसे,
और हर एक आँसूमें...
आपकी तस्वीर नजर आयी...ll

6889
भर आयी मेरी आँखे,
जब उसका नाम आया ;
इश्क नाकाम सही,
फिरभी बहुत काम आया ;
हमने मोहब्बतमें ऐसीभी,
गुजारी कई रातें ;
जब तक आँसू बहे,
दिलको आराम आया ll

6890
जाने क्यों हमें,
आँसू बहाना नहीं आता...
जाने क्यों हाल--दिल,
बताना नहीं आता...
क्यों वो बिछड़ गए हमसे,
शायद हमेंही,
साथ निभाना नहीं आता...

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