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दिल दे तो,
इस मिजाजका परवरदिगार दे !
जो रंजकी घड़ीभी,
ख़ुशीसे गुजार दे.......!!!
मिर्जा दाग
6962फूलोंके इन्तिजारमें,कांटोंसे भी निभाइए...यानी ख़ुशीके वक्त,गमका शऊर चाहिए...
6963
ख़ुशियाँ ज़मीनसे उगती हो,
या बरसती हो आसमांसे...
किसीसे बाँट लो,
फिर देखो बरकतें इनकी...!
6964खुशियाँ तो बहुत हैं,मेरे दायरेमें, लेकिन...मुकम्मल सबकुछ तेरे,ख़्यालसे ही होता हैं.......!!!
माँगते हैं,
जमानेकी
ख़ुशियाँ,
खुद तरसते हैं,
इक
हंसीको हम ll
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