9 February 2017

944 किस्मत आसमान चमक सितारे टूट तमन्ना इंतज़ार शायरी


944

किस्मत ,Luck

हैं किस्मत हमारी,
आसमानमें चमकते सितारे जैसी
लोग अपनी तमन्नाके लिए,
हमारे टूटनेका इंतज़ार करते हैं…

It's our luck,
Like the stars shining in the sky…
People for their wishes,
Wait for us to break…

943 इश्क बात बूरा पहचान राहत शायरी


943

राहत, Relief

इश्क, एक बात कहूँ,
बूरा तो नहीं मानोगे
बहुत राहतके दिन थे,
तेरी पहचानसे पहले

O love, let me tell you one thing,
You won't feel bad...
Those were days of great relief,
Before I knew you...

942 जिन्दगी जख्म जुबां खामोश आँख नमी दस्तान शायरी


942

कमी. Missing

जुबां खामोशआँखोंमें नमी होगी,
यहीं बस मेरी दस्तान--जिन्दगी होगी...
भरनेको तो हर जख्मभर जाऐगा,
कैसे भरेगी वो जगह हां तेरी कमी होगी...

The tongue will be silent, the eyes will be moist,
This will be my only glove of life...
Every wound will be healed,
How will I fill the place where you are missing?

941 दुनियाँ हमदर्दी उम्मीद प्यार जख्म शिद्दतसे चाह शायरी हैं हीं हां में मैं पें याँ आँ हूँ हाँ हें


941

जख्म, Wounds

उम्मीद न कर इस दुनियाँमें,
किसीसे हमदर्दी की...
बड़े प्यारसे जख्म देते हैं,
शिद्दतसे चाहनेवाले...!

Don't have hope in this world,
Sympathized with someone...
They give wounds with great love,
Deeply loved...!

8 February 2017

940 दुनियाँ जनाब सोच ख्वाब शायरी


940

ख्वाब, Dream

जो इस दुनियाँमें नहीं मिलते ,
वो फिर किस दुनियाँमें मिलेंगे जनाब...
बस यही सोचकर रबने एक दुनियाँ बनायी ,
जिसे कहते हैं ख्वाब...!!!

Which are not found in this world,
In which world will they meet again, sir?
Just thinking this, God created a world,
Which is called dream...!!!

939 प्यार मालिक हक़ किरायेदार शायरी


939

हक़, Right

माना की उसके प्यारका,
मालिक नहीं हूँ मैं...
पर किरायेदारका भी कुछ,
हक़ तो बनता हैं ना॥

Suppose of her love,
I am not the owner...
But the tenant also has something,
It is a right, isn't it?

938 दिल प्यार बेक़रार नादान पागल अमानत समझ इंतज़ार शायरी


938

अमानत, Trust

कितना समझाया दिलको,
कि तू प्यार ना कर;
किसीके लिए खुदको,
बेक़रार ना कर...
वो तेरे लिए नहीं हैं नादान;
पागल, किसी औरकी अमानतका,
इंतज़ार ना कर

How much did I explain to you, my heart?
That, You don't love;
For someone You,
Don't be impatient...
She is not for you silly person;
O fool, someone else's trust,
Don't wait...

937 आँखें बातें अजनबी शायरी हैं हीं हां में मैं पें याँ आँ हूँ हाँ हें


937

अजनबी, Stranger

आँखें भिगोने लगी हैं,
अब तेरी बातें...!
काश तुम अजनबी ही रहते...
तो अच्छा था...!

My eyes are getting wet,
Because of your words now...!
I wish you would remained a stranger...
It was good...!

936 दुनियाँ जिंदगी साथ सच्चा प्यार साँसे एहसान बाह राह शायरी


936

एहसान, Favor

साथ देना चाहते हैं, आपकी हर राहमें,
जिंदगी जीना चाहते हैं, आपकी बाहोंमें,
बन जाना साँसे हमारी ओर, कर देना एहसान इतना,
जो हो हमारा प्यार सच्चा इस दुनियाँमें...!

Want to support you in every way,
I want to live my life in your arms,
Become a breath for me, do this one favor,
Whatever our love may be true in this world...!

6 February 2017

935 मुस्कुरा आँखें बात दर्द बयाँ शायरी


935

दर्द, Pain

कभी मुस्कुराती आँखें भी,
कर देती हैं कई दर्द बयाँ,
हर बात रोकर बताना ही,
जरूरी नहीं होता…

Sometimes even smiling eyes,
Expresses many pains,
Telling everything by crying,
It was not necessary…

934 दिल गुस्सा प्यारा तंग शायरी


934
तुम्हारा तो गुस्सा भी,
इतना प्यारा हैं के...!
दिल करता हैं दिनभर तुम्हे,
तंग करते रहें...!!

933 इश्क रुला रोने चाह शायरी


933

इश्क, Love

मत पूछो ये इश्क कैसा होता हैं...
बस जो रुलाता हैं ना,
उसीके गले लगकर...
रोनेको जी चाहता हैं  ll

Don't ask what this love is like...
Just the one who makes you cry, right?
By hugging him...
Wants to cry ll

932 यकीन साथ फर्क खिलाफ शायरी


932

खिलाफ, Against

जब मुझे यकीन हैं,
कि खुदा मेरे साथ हैं l
तो इससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता,
कि कौन कौन मेरे खिलाफ हैं…!!!

When I am sure,
that God is with me
So it doesn't matter to me,
Who all are against me…!!!

931आसानी ज़िद मुकद्दर ख्वाहिश शायरी


931

मुकद्दर, Destiny

मिल सके आसानीसे ,
उसकी ख्वाहिश किसे हैं ?
ज़िद तो उसकी हैं...
जो मुकद्दरमें लिखा ही नहीं...

Can be found easily,
Whose desires is that?
It's his stubbornness...
Which is not written in his destiny...

930 आसान समझ शायद पन्ने छोड़ पढ़ शायरी


930

आसान, Easy

इतना, आसान हूँ कि,
हर किसीको समझ आ जाता हूँ,
शायद तुमने ही...
पन्ने छोड़ छोड़कर पढ़ा हैं मुझे…!!

I am so easy,
I can understand everyone,
Maybe you yourself...
I have read it leaving pages...!!

929 मोहब्बत दुनियाँ दस्तूर अजीब शायरी


929

मोहब्बत, Love

तेरी दुनियाँका यह दस्तूर भी,
अजीब हैं "ए खुदा"...
मोहब्बत उनको मिलती हैं...
जिन्हें करनी नहीं आती...!

This is also the custom of your world,
Oh God, It's strange...
They get love...
Those who don't know how to do it...!

928 मुलाक़ात वक़्त तक़ाज़ा याद दिल दर्द जुदाई बातें हकीकत अंदाजा ग़ज़ल शायरी


928

हकिकत, Reality

हर मुलाक़ातपर वक़्तका तक़ाज़ा हुआ l
हर यादपर दिलका दर्द ताज़ा हुआ l
सुनी थी सिर्फ ग़ज़लोंमें जुदाई कि बातें l
अब खुद पर बीती तो हकिकतका अंदाजा हुआ ll

There was a need for time at every meeting.
The pain of my heart is refreshed at every memory.
I had only heard about separation in ghazals.
Now after looking at myself, I realized the reality.

927 काश वजह साथ आँखें पल खाव्ब गुजर कल शायरी


427

खाव्ब, Dream

काश फिर वो मिलनेकी वजह मिल जाएँ,
साथ वो बिताया वो पल मिल जाये,
चलो अपनी अपनी आँखें बंद कर लें,
क्या पता, खाव्बोंमें गुजराहुआ कल मिल जाएँ…

I wish we could find a reason to meet again,
May we get back that moment we spent together.
Let's close our eyes,
Who knows, we might see our lost past in our dreams…

926 दुनियाँ रुला शायरी


926

रुला, Cry

मुझे कुछ हो गया तो,
इस दुनियाँमें कोई नहीं रोयेगा...
अगर तुझे कुछ हो गया तो,
पूरी दुनियाँको रुलाऊंगा !

If something happens to me,
No one will cry in this world...
If something happens to you,
I will make the whole world cry!

4 February 2017

925 याद शुरु सुबह दिन खराब शायरी


925

याद, Memory

तेरी हर यादसे शुरु होती हैं,
मेरी हर सुबह
फिर ये कैसे कह दुँ कि,
मेरा दिन खराब हैं...!

Every memory starts with you,
My every morning…
Then how can I say this,
I'm having a bad day...

924 प्यार मदहोश आलम याद बेवफ़ा बदनाम धूल चेहरे बरस रोते आईना शायरी


924

आईना, Mirror

उसकी यादमें हम बरसों रोते रहें;
बेवफ़ा वो निकले बदनाम हम होते रहें;
प्यारमें मदहोशीका आलम तो देखिये;
धूल चेहरेपें थी और हम आईना साफ़ करते रहें...

May I continue to cry in her memory for years;
She turns out to be unfaithful and I continue to be disgraced;
Look at the state of intoxication in love;
There was dust on our faces and we kept cleaning the mirror...

923 याद करवटें दर्द झील लफ़्ज रोता खुश शायरी


923

लफ़्ज, Word

कहीं दर्दकी झीलें हैं,
तो कहीं यादों भरी करवटें...
उसे कहना मैं खुश तो हूँ,
मगर मेरा हर लफ़्ज रोता हैं.....!

Somewhere there are lakes of pain,
So, somewhere full of memories...
tell him, that I am happy,
But every word of mine makes me cry...!

922 घोंसला मशगूल उड़ने पंख भूल शायरी


922

पंख, Wings

घोंसला बनानेमें हम,
यूँ मशगूल हो गये...
उड़नेको पंख भी थे,
ये हम भूल ही गये...!!

In making a nest,
Got busy like this...
I had wings to fly,
We forgot also this...!!

921 जिंदगी लम्हें किताब साँस ख्वाब हिसाब जरुरतें ख्वाहिशे सवाल जवाब शायरी


921

जिंदगी, Life

लम्होंकी एक किताब हैं जिंदगी,
साँसों और ख्वाबोंका हिसाब हैं जिंदगी,
कुछ जरुरतें पुरी कुछ ख्वाहिशे अधुरी
इन्ही सवालोंका जवाब हैं जिंदगी।l

Life is a book of moments,
Life is a calculation of breaths and dreams,
Some needs are fulfilled, some wishes are unfulfilled
Life is the answer to these questions l

3 February 2017

920 रोशनी चेहरे आँख शायरी


920

रोशनी, Light

इतनी रोशनी हैं,
चेहरेमें उसके,
मेरी आँखोंके पतंगे,
वहीं उड़ते मिलते हैं।

There is so much of light,
In her face,
Butterflies in my eyes,
Found flying around her.

919 माँग भूल दुआ नाम शायरी


919

दुआ, Blessings

माँगना भूल जाऊँ तुम्हें,
हर नमाज़के बाद...,
इसलिये मैने तुम्हारा नाम,
दुआ रख दिया...!!!

Not to forget to ask for you,
After every namaz...,
That's why I named you,
Blessings...!!!

918 दिल मेहमान सुलतान सल्तनत शायरी


918

सल्तनत, Kingdom

किसने कहां, तू मेरे दिलमें,
मेहमान बनके आया कर...
ये तेरी सल्तनत हैं, जबभी आया कर,
सुलतान बनके आया कर…!

Who told you, In my heart,
Come as a guest...
This is your kingdom, whenever you come,
Come as a Queen...!

917 ज़रुरत चाह नफरत पुराने शायरी


917

नफरत, Hate

ज़रुरत हैं मुझे कुछ,
नए नफरत करनेवालोंकी,
पुरानेवाले तो अब,
चाहने लगे हैं मुझे…

I need something,
New haters,
Now the old ones,
Have started liking me…

916 लोग बदल उदासी संभल चेहरे झलक दर्द मुस्कुरा सीख शायरी


916

सीख, Learn

कुछ लोग कहते हैं, की बदल गया हूँ मैं,
उनको ये नहीं पता, की संभल गया हूँ मैं l
उदासी आज भी मेरे चेहरेसे झलकती हैं, पर
अब दर्दमें भी मुस्कुराना सीख गया हूँ मैं...ll

Some people say that I have changed,
They don't know that I have regained my composure.
Sadness is still visible on my face, but
Now I have learned to smile even in pain...ll

2 February 2017

915 आँख पलक झपकि चाहत पनाह सलाम शायरी


915

पनाह, Shelter

उन आँखोंकी झपकियोंको भी...
सौ दफा सलाम हैं...
दिल...
जिन आँखोंकी पलकोंके नीचे...
मेरी चाहत पनाह लेती हैं ...

Even the blinks of those eyes...
I salute a hundred times...
O heart...
Whose eyes under the eyelids...
My desires take a shelter...

914 मोहब्बत दीदार दौर अजब फलसफा वक्त थम इंतजार शायरी


914

फलसफा, Philosophy

अजब फलसफा हैं वक्तका,
मोहब्बतके दौरमें,
इंतजार-ए-मोहब्बतमें वक्त कटता नहीं...
दीदार-ए-मोहब्बतमें वक्त थमता नहीं...

Time is a strange philosophy,
In the times of love,
Time does not passes in waiting for love...
Time does not stop while seeing love...

913 ज़िन्दगी हकीकत इश्क ख़्वाब फरेब शायरी


913

हकिकत, Deception

तू हकिकत-ए-इश्क हैं,
या कोई फरेब...
ज़िन्दगीमें आती नहीं,
ख़्वाबोंसे जाती नहीं...

Are you a reality of love,
Or some deception...
Neither come in life,
Nor gos away from Dreams...

912 दिल मोहब्बत बात जमाना चेहरा शायरी


912

चेहरा, Face

दिलोंकी बात भले,
करता हो जमाना...
मगर मोहब्बत आज भी,
चेहरोंसे ही होती हैं...

Whatever about the heart,
The world talks about...
But love still exists,
It is through faces only...

911 दौर लफ़्ज़ पढ़ने शायरी


911

लफ़्ज़, Word

ये वो दौर हैं कि पढ़नेवालें...
हर लफ़्ज़को छूके देखते हैं...

These are the times when readers...
Every word is tested by touching...

31 December 2016

910 इश्क़ इनकार इक़रार लज़्जत शायरी


910

लज़्जत. Relish

इनकार जैसी लज़्जत…
इक़रार में कहां...
बढता हैं इश्क़...
उसकी ना-ना से. . .

Denial like relish…
Is where in acceptance...
Love grows...
Because of her No No. . .

909 मोहब्बत इश्क़ क़ीमत ज़रूरी शायरी


909

इश्क़ मोहब्बत, Love Affection

उसको भी हमसे मोहब्बत हो...
ज़रूरी तो नहीं,
इश्क़ ही इश्क़की क़ीमत हो...
ज़रूरी तो नहीं !

He must be in affection with me too...
It is not necessary,
The price of Love is to be Love,
Is not necessary!

908 दिल इजहार इकरार बेकरार शायरी


908

बेकरार, Desperate

ना कोई इजहार हैं,
ना कोई इकरार हैं,
फिर ना जाने क्यूँ ये दिल,
इतना बेकरार हैं...l

There are no expressions,
There is no acceptance,
Then I don't know why this heart,
So desperate...l

30 December 2016

907 दिल टूट क़ब्र संवार जिन्दा शायरी


907

टूटे दिल, Broken Hearts

फिर नहीं बसते वो दिल,
जो एक बार टूट जाएं ...
क़ब्रें कितना ही संवारों,
कोई जिन्दा नहीं होता ll

Those hearts don't recover,
Once broken...
No matter how much you decorate the graves,
no one is becomes alive.

906 ज़िन्दगी मोहब्बत शौक ख़ुदकुशी यार शायरी


906

ख़ुदकुशी, Suicide

शौक-ए-ख़ुदकुशी हैं,
ये भी यारों...
थक गए जो ज़िन्दगीसे,
वो मोहब्बत कर बैठे...!

Pleasure in Suicide,
This too friends...
Those who are tired of life,
They fell in love...!

29 December 2016

905 पालक बाजार नादान बच्चे सब्जी शायरी


905

जवाब, Answer

आज बाजारमें देखा ,
कुछ नादान बच्चे सब्जी बेच रहे थे !
मैने पूछा "पालक" हैं क्या ?
बच्चोंका जवाब सुनकर मेरा मन भर आया . . .
बोले "पालक" होते तो क्या सब्जी बेचते...?

Saw in the market today,
Some innocent children were selling vegetables!
I was asked what is "Palak" ?
I was surprised to hear the children's response...
They said, If "Palak" would have been there,
Would they have been selling vegetables...?

(Note: Spinach in English is "Palak" the name of vegetable in Hindi (Indian) language; also the other meaning of this word is "Parents". That is why this poem can not be translated word to word.)

904 रूह मान रिश्ता शायरी


904

रूह, Soul

मानों तो,
एक " रूहका रिश्ता " हैं,
हम सभीका...
ना मानों तो,
" कौन "  क्या  " लगता " हैं,
किसीका . . .।

Believe it or not 
It's a "Soul relationship"
Of all of us...
If you don't agree then
who belongs to whom...

903 हजार वादें काफी छोड़ बहाना शायरी


903

बहाना, Excuse

आज तो हजारों वादें कर रहे हो,
मुझे पानेके लिए...,
कल एक बहाना ही काफी होगा,
मुझे छोड़ जानेके लिए . . . ! ! !

Today you are making thousands of promises,
to get me...,
Tomorrow an excuse will be enough,
To leave me. . . ! ! !

902 दिल सोंच शायरी


902

दिल, Heart

वो कहते हैं...
तुम दिलसे नहीं सोंचते;
दिल तो उनके पास हैं...
ये वो क्यों नहीं सोंचते...!

She says...
You don't think from your heart;
My Hearts is with her...
Why don't she thinks of it...!

901 दरवाजा खुला बसा शायरी


901

दरवाजा, Door

एक दरवाजा क्या खुला मुझमें,
फिर तो हर कोई आ बसा मुझमें...

Did a door open in me,
Then everyone came and settled in me...

900 सच फरेब मान इंतिहान शायरी


900

इंतिहान, Test

सचका इंतिहान,
कर लिया हमने;
फरेबको सच,
मानते मानते......

The test of true,
I have done;
By believing,
deception a truth......

899 सुन खुद मिल बहुत बुरे लोग मन शायरी


899

बुरे, Bad

अब खुदसे मिलनेको,
मन करता हैं...
लोगोंसे सुना हैं कि,
बहुत बुरे हैं हम......

Now Feeling like,
To meet myself...
I have heard from people that,
WI are very bad...

898 जिंदगी नफरत प्यार खुशियाँ सोच समझ वादा शायरी


898

वादे, Promises

नफरतको हम प्यार देते हैं,
प्यारपें खुशियाँ वार देते हैं,
बहुत सोच समझकर हमसे
कोई वादा करना,
ऐ दोस्त हम वादेपर जिंदगी
गुजार देते हैं...

We give love to hatred,
When in Love, gives happiness,
Think very carefully
When make a promise,
Hey friend, we let go life on promise...

28 December 2016

897 इरादा बहुत नज़दीक बिछड़ शायरी


897

बिछड़, Separate

बहुत नज़दीक आते जा रहे हो,
आजकल तुम...!
क्या वाकई बिछड़नेका,
इरादा कर लिया हैं तुमने... ?

You are coming very close,
Nowadays...!
Is it really true to be separated
Have you made up your mind...

896 गिलास बोतल पीना छोटा शायरी


896

छोटा गिलास, Small Glass

यूँ तो ये गिलास,
कितना छोटा हैं...
पर न जाने कितनी बोतलें,
पी गया होगा...

Well, this glass,
How small it is...
But who knows how many bottles,
Must have drank...

27 December 2016

895 मोहब्बत चाहत दिल्लगी अक्सर तोल तराजू टूट शायरी


895

दिल्लगी, Pleasantry

ना तोल मेरी मोहब्बत,
अपनी दिल्लगीसे,
देखकर मेरी चाहतको,
अक्सर तराजू टूट जाते हैं...!

Don't weigh my love,
With your pleasantry,
Seeing my desires,
Scales often break...!

894 अफसाने बरबादी गम दुनियाँ चमन गैर वीराने बेगाने शायरी


894

गैर, Strangers

अगर ना होता बरबादीका गम,
अफसाने कहां जाते...
दुनियाँ होती चमन,
तो वीराने कहां जाते...
अच्छा हुआ अपनोमें,
कोई तो गैर निकला,
सभी होते अपने,
तो बेगाने कहां जाते...?

If there was no sorrow of destruction,
Where do the stories go...
If the world would have been Garden,
So where do they go in the wilderness...
It's good in our owns,
Someone turned out to be a stranger.
Everyone would have been ours,
So where do the strangers go...?

893 जिंदगी साँस याद दिल धडकन शायरी


893

धडकन, Heartbeats

तुझे याद करना भी अब,
दिलका धडकनासा बन गया हैं... 
पता नहीं जिंदगी साँसोंसे चल रहीं हैं,
या तेरी यादोंसे...

Now even remembering you,
Has become heartbeat of my Heart... 
I don't know, life is going on with breaths,
Or by your memories...

892 प्यार नशा बुरी लत शायरी


892

लत, Addiction

उसने हर नशा सामने लाकर रख दिया;
और कहां...
सबसे बुरी लत कौनसी हैं...
मैने कहां, तेरे प्यारकी...

He brought every intoxication in front of me;
And asked...
What is the worst addiction...
I said, Your love...

891 दिल रिश्ता शख्स काफी शायरी


891

कतार, Queues

मुझे रिश्तोंकी,
लंबी कतारोंसे मतलब नहीं
कोई दिलसे हो मेरा,
तो एक शख्स ही काफी हैं…।

I don't believe in, 
Long queues of relationships.
Someone pleases my heart,
So one person is enough….

26 December 2016

890 मुश्किल मना रूठा शख्स बात शायरी


890

मनाना, Convince

कितना मुश्किल हैं,
मनाना उस शख्सको...
जो रूठा भी ना हो और,
बातभी ना करे…!

How difficult it is,
To convince that person...
Who is neither angry,
Nor even talking...!