6351
हवाएँ बदल गई हैं,
इस कदर जमानेकी...
दुआएँ माँग रहा हूँ,
होशमें न आनेकी.......
6352
जिसे 'मैं' की
हवा लगी...
उसे फिर न
दवा लगी,
न दुआ लगी.......
6353
उस दुश्मन-ए-वफ़ाको,
दुआ दे रहा हूँ मैं;
मेरा न हो सका वो,
किसीका तो हो गया ll
हफ़ीज़ बनारसी
6354
इक नहीं मांगी
खुदासे,
आदमीयतकी
रविश...
और हर शै
के लिए,
बंदे दुआ करते
रहें.......
दीवाना मोहन सिंह
6355
न लुटता दिनको,
तो कब रातको यूँ बेखबर सोता...
रहा खटका न चोरीका,
दुआ देता हूँ रहजनको.......
मिर्जा गालिब