29 April 2017

1270



वक़्त और प्यार ज़िंदगी में
बहुत ख़ास होते हैं।
लेकिन वक़्त किसी का नहीं होता;
और प्यार हर किसी से नहीं होता...!

1269


सीख जाओ वक्त पर किसी
की चाहत की कदर करना,
कहीं कोई थक ना जाये तुम्हें

एहसास दिलाते दिलाते...

1268


कुछ मीठा सा नशा था
उसकी झुठी बातोंमे...

वक्त गुज़रता गया और
हम आदी हो गये...!

1267


गुमान था कि कोई दुश्मन
जान नहीं ले सकता...
तेरे वार का तो ख्याल तक

नहीं था.......

1266


एहसासों के सागर में आज लहरें हैं मचल रही,
समझ नही रही हैं की साहिल है या मजधार है,
हम कह चुके हज़ारों बार आँखों से अपने यह बात,

कहना है आज होठों से की हम को उन्ही से प्यार है…

28 April 2017

1265


कोई होंठो पे,
उगलियाँ रख गया था,

उसी दिन से,
मैं लिख कर बोलता हूँ . . . !

1264


आइना फिर आज
रिश्वत लेते पकड़ा गया...
दिल में दर्द था...

फिर भी चेहरा हँसता हुआ दिखाई दिया...!!

1263


इशारों में होती महोब्बत अगर,
इन अलफाजों को खुबसूरती कौन देता,
बस पत्थर बन के रह जाता ‘ताज महल’

अगर इश्क इसे अपनी पहचान ना देता...

1262


महोब्ब्त दिल में कुछ ऐसी होनी चाहिये...
की हासिल भले दुसरे को हो,
पर कमी उसको ज़िन्दगी भर,
अपनी होनी चाहिये...!

1261


नहीं छोड़ी कमी,
किसी भी रिश्ते को निभाने में हमने...
आने वाले को,
दिल का रास्ता भी दिया हमने... और...

जाने वाले को, रब का वास्ता भी दिया हमने...

27 April 2017

1260


नकाब कहती है,
मैं पर्दा-ए-कयामत हूँ,
अगर यकीं न हो तो,

देख लो उठा के मुझे . . .

1259


तेरे आने की आहट . . .
और मेरे दिल का वहम ...
बस दोनों मिलकर एक यादों भरा,

दिन काट लेते है . . .

1258


समझ नही आता...
वफा करें तो किस सें करें !

मिट्टी सें बने ये लोग,
कागज के टुकड़ो पे बिक जाते है !!!

1257


लिखते लिखते आज हाथ रुक से गए ,
कुछ लम्हे याद आये कुछ भूल से गए ,
जो साथ ना होकर भी साथ हो हमारे ,
ऐसे दोस्त कहाँ खो से गए ???

1256


दिल के सच्चे
कुछ एहसास लिखते है,

मामूली शब्दों में ही सही,
कुछ खास लिखते हैं . . . !

25 April 2017

1255


कैसे ना मर मिटे
उन पर हम.......
पगली रूठ कर भी
कहती है...
सुनो......

संभल के जाना...!!!

1254


तेरी बेरुखी पे कोई
ऐतराज़ नहीं है हमें...
किस हाल में हैं हम...

इतना तो पूँछ लिया करो . . .

1253


आँखों में देख कर
वो दिल की हकीकत जानने लगे;
उनसे कोई रिश्ता भी नहीं
फिर भी अपना मानने लगे;
बन कर हमदर्द कुछ ऐसे
उन्होंने हाथ थामा मेरा;

कि हम खुदा से
दर्द की दुआ मांगने लगे।

1252


फिर इश्क़ का जूनून,
चढ़ रहा है सिर पे,
मयख़ाने से कह दो जरा की...

दरवाज़ा खुला रखे !!! 

1251


कैसे बताऊ तुम्हे ...
मुहब्बत का दर्द ...
जान जाओगी,

तो जान से जाओगी.......!

24 April 2017

1250


यह अजीब खेल है ,
मेरी जिंदगी में...
जहां याद का लफ्ज आ जाये ,

वहां तुम याद आते हो...

1249


जहर के असरदार होने से
कूछ नहीं होता जनाब,
खुदा भी राजी होना चाहिए

मौत देने के लिए…

1248


कोशिश तो होती है
की तेरी हर ख्वाहीश् पुरी करूं,
पर डर लगता है की तू
ख्वाहीश् में...

मुझसे जुदाई न मांग ले...

1247


कुछ खास नही
बस इतनी सी है मोहब्बत मेरी …!

हर रात का आखरी खयाल और
हर सुबह की पहली सोच हो तुम …!!

1246


मैंने तुम्हारी मजबूरियां समझी
और तुम्हे जाने दिया,
अब तुम भी मेरी मजबूरी समझो

और वापस आ जाओ...

22 April 2017

1245


हमने तो इश्क के नशे में,
उनको खुदा बना डाला,

होश तो तब आया जब उन्होंने कहा,
कि खुदा किसी एक का नहीं होता…

1244


छुपे छुपे से रहते हैं,
कभी सरेआम नहीं हुआ करते;

कुछ रिश्ते बस एहसास होते हैं,
उनके नाम नहीं हुआ करते…

1243


देख मेरी आँखों में ख्वाब किसके हैं,
दिल में मेरे सुलगते तूफ़ान किसके हैं,
नहीं गुज़रा कोई आज तक इस रास्ते से,

फिर ये क़दमों के निशान किसके हैं...!

1242


कुछ तो महक रहा था
फ़िज़ाओं में.... कल से,
हमें आज मालूम हूआ

के वो मेरे शहर आये थे...

1241


आँसू निकल पड़े ख्वाब में...
उसको दूर जाते देखकर,
आँख खुली तो एहसास हुआ...

इश्क़ सोते हुए भी रुलाता है !

21 April 2017

1240


जिंदगी की असली उड़ान अभी बाकी है,
जिंदगी के कई इम्तिहान अभी बाकी हैं,
अभी तो नापी है मुटठी भर ज़मीन आपने,

आगे अभी सारा आसमान बाकी है !

1239


गम न हो वहां जहाँ हो फ़साना आपका,
खुशियाँ ढूढती रहें आशियाना आपका,
वो वक़्त ही न आये जब आप उदास हों,

ये दुनिया भुला न सके मुस्कुराना आपका !

1238


करिये तो कोशिश हमको याद करने की;
फुर्सत के लम्हे तो अपने आप मिल जायेंगे;
दिल में अगर है चाहत हमसे मिलने की;

बहाने मिलने के खुद-ब-खुद बन जायेंगे।

1237 कांटे फूल जिंदगी कबूल शायरी


अपनी जिंदगीके अलग असूल हैं,
यारकी खातिर तो कांटे भी कबूल हैं,
हंसकर चल दूं कांचके टुकड़ोंपर भी,
अगर यार कहे, यह मेरे बिछाए हुए फूल हैं !

1236


एक ही चौखट पर सर झुके,
तो सुकून मिलता है.....
भटक जाते है वो लोग,

जिनके हजारो खुदा होते है.......

20 April 2017

1235


आपकी आँखे नहीं,
ये तो दिल का आयना है ...
जो बात आप जुबा से छुपाते हो ...
वो ये नादान... बया करता है !!!

1234


तू होश में थी फिर भी...
हमें पहचान ना पाई...

एक हम है पी कर भी...
तेरा नाम लेते रहे.......

1233


आप आपकी आँखों में,
सुरमा लगाया कीजिये ...
न हँसीन आँखों में कभी,
हमें भी समाया कीजिये...!

1232


बस यही सोचकर छोड़ दी...
हमने जिद्द मोहब्बत की,

अश्क़ तेरे गिरे या मेरे...
रोयेगी तो मोहब्बत ही...!!!

1231


पसंद" है मुझे...
उन लोगो से "हारना"...
जो मेरे "हारने" की वजह से,

पहलीबार "जीतें" हो !!!

18 April 2017

1230


तू ही बता ए दिल तुम्हें समझाऊं कैसे,
जिसे चाहता है तू उसे नज़दीक लाऊँ कैसे,
यूँ तो हर तमन्ना हर एहसास है वो मेरा,

मगर उस एहसास को ये एहसास दिलाऊं कैसे…

1229


ए खुदा...
बहोत दर्द देती है ये मोहब्बत...
तू कही अलग दुनिया बना दे,

इन बेवफाओ की.......

1228


एक मैं हूँ कि समझा नहीँ
खुद को आज तक...!

और दुनियाँ हैं कि न जाने
मुझे क्या-क्या समझ लेती हैं...!!!

1227


जिंदगी के किसी भी मोड़,
पर आप वही करना,
जो आपका दिल आपसे कहे,
क्योंकि जो दिमाग कहता है,
वो मज़बूरी होती है, और
जो दिल केहता है,

वो मंजूरी होती है...

1226


शेर-ओ-शायरी तो,
दिल बहलाने का एक जरिया हे दोस्तो...
लफ्ज कागज पर उतारने से,

महबुब लोटा नही करते.......

17 April 2017

1225


करीब इतना रहो कि रिश्तों मैं प्यार रहें ...
दूर भी इतना रहो कि आने का इंतज़ार रहे ...
रखो उम्मीद रिश्तों के दरमियान इतनी कि,
टूट जाएँ उम्मीदें मगर रिश्तें बरक़रार रहें ...

1224


वजह पूछोगे तो,
सारी उम्र गुजर जाएगी,
कहा ना, 'अच्छे लगते हो',

तो बस लगते हो !

1223


बहुत भीड़ हो गयी है तेरे दिल में,
अच्छा हुआ हम वक़्त पर निकल गए !!

1222


आदत बना ली हैं मैंने
खुद को तकलीफ देने की ,
ताकि जब कोई अपना तकलीफ दे . . .

तो ज्यादा तकलीफ ना हो !

1221


आँखों मे आ जाते हैं आँसू,
फिर भी लबो पे हँसी रखनी पडती है,
ये मोहब्बत भी क्या चीज है यारों,

जिस से करते हैं उसी से छुपानी पडती हैं...

1220


जिंदगी जिसको तेरा प्यार मिला,
वो जाने ;

हम तो नाकाम ही रहे,
चाहने वालों की तरह...!

1219


आईना नज़र लगाना चाहे भी...,
तो कैसे लगाए...

काजल लगाती है वो रोज,
आईने में देख कर...!

1218


सफर में मुश्किलें आऐ,
तो हिम्मत और बढ़ती है,
कोई अगर रास्ता रोके,
तो जुर्रत और बढ़ती है,
अगर बिकने पे आ जाओ,
तो घट जाते है दाम अक्सर

ना बिकने का इरादा हो तो,
कीमत और बढ़ती है...।

1217


दोस्ती वो नहीं जो जान देती है,
दोस्ती वो भी नहीं जो मुस्कान देती है,
अरे सच्ची दोस्ती तो वो है...

जो पानी में गिरा हुआ आंसू भी पहचान लेती है |

1216


कभी कभी गुसा, मूसकराहट से जयादा खास होता है...
कयो कि मूसकराहट तो सब के लिए होती है...
मगर गुसा सिरफ उनके लिए होता है...

जिनहे हम खोना नही चाहते...

15 April 2017

1215


खामोश बैठें तो लोग कहते हैं
उदासी अच्छी नहीं,
ज़रा सा हँस लें तो

मुस्कुराने की वजह पूछ लेते हैं ...!

1214


ग़ज़ब का हौसला दिया है
खुदा ने हम इन्सानों को,
वाक़िफ़ हम अगले पल से भी नहीं...

और वादे ज़िंदगी भर के होते है ...!!!

1213


ख़्वाहिशों के क़ाफ़िले
बड़े अजीब होते हैं,
ये गुज़रते वहीं से हैं

जहाँ रास्ते नहीं होते ...

1212


ज़िंदगी में बार बार सहारा नही मिलता,
बार बार कोई प्यार से प्यारा नही मिलता,
है जो पास उसे संभाल के रखना,

खो कर वो फिर कभी दुबारा नही मिलता…

1211


इन आँखों से पूछकर देखो,
कुछ एेसे कतरे होत् हैं !
जिनमें पानी नहीं होता,
बस सपने बिखरे होते है !

14 April 2017

1210


थोड़ा तो भरोसा रखते,

इतना भी फ़ासला नहीं था,
जो फैसला ही बदल दिया…

1209


प्यार करने वालों की किस्मत
खराब होती है,
हर वक़्त इंतेहा की घड़ी
साथ होती है,
वक़्त मिले तो रिश्तो की किताब
खोल के देख लेना,
दोस्ती हर रिश्ते से लाजवाब

होती है…

1208


उनको अपने हाल का हिसाब क्या देते,
सवाल सारे गलत थे जवाब क्या देते,
वो तीन लफ्जों की हिफाजत ना कर सके,

उनके हाथ में जिंदगी की पूरी किताब क्या देते !

1207


ख़ुदा महफूज़ रक्खे
आपको तीनों बलाओं से
वकीलों से, हक़ीमों से,

हसीनों की निगाहों से...

1206


तुम्ही ने सफ़र करवाया था,
मोहब्बत की कश्ती पे...
अब नजरे ना फ़ेर,

मुझे डूबता हुआ भी देख ले...!

13 April 2017

1205


रात की गहराई आँखों में उतर आई,
कुछ ख्वाब थे और कुछ मेरी तन्हाई,
ये जो पलकों से बह रहे हैं हल्के हल्के,

कुछ तो मजबूरी थी कुछ तेरी बेवफाई |

1204


तूफान भी आना जरुरी है
जिंदगी में तब जा कर पता चलता है की

कौन हाथ छुड़ा कर भागता है
और कौन हाथ पकड़ कर...

1203


इतना अजीब सवाल था उनका
की हम चुप से हो गये...
यारों
वो बोले, हम पें मरते हो ना !!!

तो मरते क्यूँ नही...

1202


सीख कर गयी है,
वो मोहब्बत मुझसे...!
जिस से भी करेगी,

बेमिसाल करेगी...!!!

1201


दोस्त को दोस्त का इशारा याद रहेता हे
हर दोस्त को अपना दोस्ताना याद रहेता
हे कुछ पल सच्चे दोस्त के साथ तो

गुजारो वो अफ़साना मौत तक याद रहेता हे.

9 April 2017

1200


हम सादगी में
झुक क्या गए...
तुम तो हमें ,

गिरा हुआ समझने लगे...

1199


एक दुआ मांगते है हम अपने भगवन से...
चाहते है आपकी खुशी पुरे ईमान से...
सब हसरतें पुरी हो आपकी,

और आप मुस्कराए दिल-ओ-जान से...!