5 December 2020

6856 - 6860 ज़िंदगी आरज़ू उदास फुर्सत मुस्कुराहट ख्याल तकदीर खुशियाँ आँख आँसू शायरी

 

6856
आँखका आँसू तो हर कोई,
बन जाता हैं यहाँ...
हम तो बस मुस्कुराहट बननेकी,
आरज़ू रखते हैं.......

6857
पल फुर्सतोंके,
ज़िंदगीसे छाँट लेते हैं l
चलो ना थोडी खुशियाँ,
थोडे आँसू बाँट लेते हैं ll

6858
निदामतके चिरागोंसे,
बदल जाती हैं तकदीरें...!
अँधेरी रातके आँसू,
खुदासे बात करते हैं...!!!

6859
बस इस ख्यालसे,
आँसू छुपा लिए हमने...
उदास रहकर किसीको,
उदास क्या करना.......!

6860
आँसू पीकरभी जो मुस्कुराए,
वही तो ज़मानेको जीत पाए...l
डूब जाते हैं उम्मीदोंके सफ़ीने इसमें,
मैं नहीं मानती, आँसू ज़रासा पानी हैं...ll

4 December 2020

6851 - 6855 इश्क प्यार चाहत ख़ुशी प्यास मुस्कान गम हसरतें जुदाई परेशानी आँसू शायरी

 

6851
हुए जिसपर मेहरबान तुम,
कोई खुशनसीब होगा...
मेरी हसरतें तो निकली,
मेरे आँसुओंमें ढलकर...

6852
जाने कितने आँसू बहाते हैं,
हम तेरे इश्कमें हररोज...
इतने आँसू पीकर भी,
ये इश्क प्यासा क्यों हैं...  खुदा !

6853
चाहत वो नहीं, जो जान देती हैं,
चाहत वो नहीं, जो मुस्कान देती हैं l
चाहत तो वो हैं जो...
पानीमें गिरा आँसू पहचान लेती हैं !!!

6854
यह आँसू भी एक अलग परेशानी हैं ;
ख़ुशी और गम दोनोंकी निशानी हैं ;
समझने वाले के लिए तो अनमोल हैं...
जो ना समझ पाए उनके लिए तो सिर्फ़ पानी हैं...!

6855
तेरी जुदाईमें यूँ आँसू बहाते रहते हैं,
उम्मीदके दिए आँधियोंसे बचाए रहते हैं...l
चाहत हैं केवल तुझसे प्यार करनेकी,
इस चाहतको ही एक आस बनाये रहते हैं...ll

3 December 2020

6846 - 6850 दिल ख़्याल दीवानगी मज़ाक तमन्ना लब नाम याद आँखे आँसू शायरी

 

6846
आया ही था ख़्याल,
के आँखे छलक पड़ी...
आँसू किसीकी यादके,
कितने करीब हैं.......


6847
बस ये हुआ के...
उसने तकल्लुफसे बातकी;
और हमने रोते रोते,
दुपट्टे भिगो लिए.......

6848
तुम्हारी आँखोंमें बसा हैं,
आशियाना मेरा l
अगर ज़िन्दा रखना चाहो तो,
कभी आँसू मत लाना ll

6849
आँसू मेरी आँखोंमें हैं,
आह मेरे लबपर...
दीवानगी मेरे सरमें हैं,
तमन्ना मेरे दिलमें...

6850
मेरे नामपर,
उसकी आँखोंमें आँसू l
उफ्फ़...
ना कर मज़ाक इस बातपर...
जान भी जा सकती हैं ll

2 December 2020

6841 - 6845 याद प्यास उम्र शोला शबनम आँख आँसू शायरी

 

6841
तुम्हारी यादमें आँसू बहाना,
यूँ भी जरूरी हैं...
रुके दरियाके पानीको तो,
प्यासाभी नहीं छूता.......

6842
मीठी यादोंसे,
गिर रहा था ये आँसू...
फिर भी जाने क्यों,
यह खारा था.......

6843
रूठा था जिस गुरुरसे,
वो भी तो याद कर...
आँखोंमें तेरी आज,
यह आँसू फजूल हैं...

6844
गालोंपर ये,
ढलकतेहुए आँसू, तौबा...
हमने शोलोंपें मचलतीहुई,
शबनम देखी.......!!!

6845
आज आँसू तुमने,
पोंछेभी तो क्या...
ये तो अपना,
उम्रभरका काम हैं...!

1 December 2020

6836 - 6840 दर्द बेबसी दामन बेवफाई आवारा इनायत आँख आँसू शायरी

 

6836
अब तेरी आँखमें,
आँसू किस लिए...?
जब छोड़ ही दिया था तो,
भुला भी दिया होता.......

6837
बेबसी तेरी इनायत हैं,
कि हम भी आजकल;
अपने आँसू अपने दामनपर,
बहाने लग गये.......

6838
मेरी आँखोंसे बहने वाला,
ये आवारासा आँसू,
पूछ रहा हैं पलकोंसे,
तेरी बेवफाईकी बजह...

6839
कुछ तो हैं जो,
तुझमे भी हैं, मुझमे भी हैं !
यूँही तो नहीं तेरे दर्दमें,
मेरे आँसू बहते हैं...!!!

6840
आँसू भी मेरी आँखके,
अब खुश्क हो गए...
तू ने मेरे ख़ुलूसकी,
कीमत भी छीन ली.......

30 November 2020

6831 - 6835 दिल दर्द तस्वीर गम मोहब्बत सफ़र आँख आँसू शायरी

 

6831
कम नहीं हैं आँसू,
मेरी आँखोंमें मगर...
रोता नहीं कि उनमें,
उसकी तस्वीर दिखती हैं...

6832
रोनेवाले तो,
दिलमेंही रो लेते हैं ;
आँखोंमें आँसू आयें,
ये ज़रूरी तो नहीं !!!

6833
वापसीका सफ़र अब,
न मुमकिन होगा...l
हम निकल चुके हैं,
आँखसे आँसूकी तरह...ll

6834
हमारे दिलमें न आओ,
वर्ना डूब जाओगे...
गमके आँसूका,
समंदर हैं मेरे अन्दर...

6835
मेरे आँसुओंकी कीमत,
तुम चुका पाओगे...
मोहब्बत ले सके,
तो दर्द क्या खरीदोगे.......

29 November 2020

6826 - 6830 दिल ख्वाब दर्द बयान दुश्मन हकीकत तन्हाई आँख आँसू शायरी

 

6826
एक दर्दपर,
हज़ार आँसू...
उफ़ मेरे दिलकी,
ये फजूल खर्चियाँ...!

6827
बहुत रोया हूँ मैं,
जबसे ये मैंने ख्वाब देखा हैं ;
कि आप आँसू बहाते,
सामने दुश्मनके बैठे हैं ll

6828
मेरी आँखोंसे गिरे हैं,
यह जो चंद कतरे...
जो समझ सको तो,
आँसू समझो तो पानी...

6829
हमें मालूम हैं,
तुमने देखी हैं, बारिशकी बूँदें...
मगर मेरी आँखोंसे ये,
सावन आज भी हार जाता हैं...

6830
अच्छा हुआ ये आँसू बेरंग हैं,
वरना हर सुबह मेरे...
तकियेका बदला हुआ रंग...
मेरी तन्हाईकी हकीकत,
बयान कर देता.......

28 November 2020

6821 - 6825 ज़िंदगी मोहब्बत प्यार चाहत दामन ख्बाब इंतज़ार एहसास आँख आँसू शायरी

 

6821
जब बिखरेगा इंतज़ारमें,
ज़मीनपर तेरी आँखका आँसू...
एहसास तुझे तब होगा,
मोहब्बत किसको कहते हैं...

6822
आँसूको कभी ओसका,
क़तरा न समझना...
ऐसा तुम्हें चाहतका,
समुंदर न मिलेगा.......

6823
दामनसे अपने वो,
पोंछता हैं आँसू मेरे...
रोनेका भी अपना कुछ,
अलग ही मज़ा हैं.......!

6824
नींदमें भी गिरते हैं,
मेरी आँख़ोंसे आँसू...l
जब भी तुम ख्बाबोमें,
मेरा हाथ छोड़ देते हो...ll

6825
क्या मिला प्यारमें,
मेरी ज़िंदगीके लिए...?
रोज़ आँसूही पिए हैं,
मैने किसीके लिए.......

27 November 2020

6816 - 6820 ज़िन्दगी इश्क मोहब्बत याद अश्क पलके तजुर्बा ग़ज़ल आँसू शायरी

 

6816
आया नहीं था कभी,
मेरी आँखसे एक अश्कभी...
मोहब्बत क्या हुई अश्कोंका,
सैलाब गया.......

6817
तू इश्ककी,
दूसरी निशानी देदे मुझको ;
आँसू तो रोज,
गिरके सूख जाते हैं.......

6818
तुम मुझे हँसी-हँसीमें,
खो तो दोगे...!
पर याद रखना, फिर...
आँसुओंमें ढ़ूंढ़ोगे.......

6819
आँसुओंसे पलके भिगा लेता हूँ,
याद तेरी आती हैं तो रो लेता हूँ l
सोचा की भुलादु तुझे मगर,
हर बार फ़ैसला बदल देता हूँ ll

6820
ज़िन्दगीकी ग़ज़लके शेरोंका...
आखिरी तजुर्बा तो आँसू हैं.......!

6811 - 6815 मुमकिन ख़्वाब सफर यादें झलक तसल्ली आँख आँसू शायरी

 

6811
अब मुमकिन होगा,
वापसीका सफर...
हम तो निकल चुके हैं,
आँखसे आँसूकी तरह.......

6812
नींदमें भी बहने लगते हैं,
हमारे आँख़ोंसे आँसू ;
जब कभी तुम ख़्वाबोंमें,
मेरा हाथ छोंड़ देते हो...

6813
बहता आँसू एक झलकमें,
कितने रूप दिखाएगा...
आँखसे होकर गाल भिगोकर,
मिट्टीमें मिल जाएगा.......

6814
बह जाती काश यादेंभी,
आँसुओंके साथ...l
तो एक दिन हम भी,
रो लेते तसल्लीसे बैठकर...ll

6815
जो तेरी यादमें,
मोती बनकर बह गए...
वो आँसू जो चुपचाप,
सब कुछ कह गए....

25 November 2020

6806 - 6810 दिल याद दामन बेताब दुनिया बेताब अश्क आँसू शायरी

 

6806
आँखकी सीपमें,
मोतीसा लरजता आँसू...
दिलके बेताब समुंदरका,
पता देता हैं.......

6807
बिछी थीं हर तरफ़,
आँखें ही आँखें...
कोई आँसू गिरा था,
याद होगा.......
बशीर बद्र

6808
आग दुनियाकी लगाई हुई,
बुझ जाएगी...
कोई आँसू मेरे दामनपें,
बिखर जाने दे.......
                          नज़ीर बाक़री

6809
अश्कोंके टपकनेपर,
तस्दीक़ हुई उसकी;
बेशक वो नहीं उठते,
आँखोंसे जो गिरते हैं ll
नूह नारवी

6810
साहिबा, साजिशे तो...
चाहें जैसी रचलें l
नकली आँसू तों,
पुरानें हों गयें ll

24 November 2020

6801 - 6805 ज़िंदगी याद हिम्मत तोहफ़ा खुश गम मजबूर आँसू शायरी

 

6801
लिखना था कि,
खुश हैं तेरे बगैर भी यहाँ हम...
मगर कमबख्त,
आँसू हैं कि कलमसे पहलेही चल दिए...

6802
हयात एक मुस्तकिल,
गमके सिवाय कुछ भी नहीं ;
शायद खुशीभी याद आती हैं,
तो आँसू बनके आती हैं.......
साहिर लुधियानवी

6803
तेरा दिया हुआ,
आख़री तो
फ़ा हैं ये आँसू...
सारी ज़िंदगी बिना रोये गुजार दूँगा,
मगर इन्हें बहने नहीं दूँगा.......

6804
हिम्मत तो इतनी थीं कि,
सागर भी पार कर सकते थे...!
मजबूर इतना हुए कि,
दो बुंद आँसूओंने डुबा दिया...!!!

6805
बाद तुम्हारे सब अपनोंके,
मनमाने व्यवहार हुए...
मुस्कानें ही क्या,
आँसूभी सालाना त्योहार हुए...

23 November 2020

6796 - 6800 दुनिया सजा यार बातें अफसाने हिज्र दामन शायरी

 
6796
दामनको ज़रा,
झटक तो देखो…
दुनिया हैं कुछ,
और शय नहीं हैं…
         अहमद महफ़ूज़

6797
जो बात हिज्रकी आती तो,
अपने दामनसे;
वो आँसू पोंछता जाता था…
और मैं रोता था…….
नज़ीर अकबराबादी

6798
अपने दामनकी,
कुछ ख़बर हैं मजीद…
सोचकर ख़ुदको,
पारसा कहिए…….
     अब्दुल मजीद ख़ाँ मजीद

6799
सुनेगा कौन मेरी,
चाकदामानीके अफसाने…
यहाँ सब अपने अपने,
पैरहनकी बातें करते हैं…….

6800
ऐ ख़ुदा, मेरे यारका,
दामन ख़ुशियोंसे सजा दे…
उसके जन्मदिनपर,
उसीकी कोई रज़ा दे…….

22 November 2020

6791 - 6795 हुस्न मसर्रत रिश्ता ख़याल जीस्त गम अश्क दामन शायरी

 

6791
मुझसे हर बार,
मसर्रतने छुड़ाया दामन...
मुझको सौ बार दिया,
गमने सहारा.......

6792
दामन किसीका हाथसे,
जाता रहा मगर;
इक रिश्ता-ए-ख़याल हैं,
जो टूटता नहीं...

6793
बरसात थम चुकी हैं,
मगर हर शजरके पास...
इतना तो हैं कि,
आपका दामन भिगो सके...
                   अहसन यूसुफ़ ज़ई

6794
हुस्नका दामन,
फिरभी ख़ाली l
इश्क़ने लाखों,
अश्क बिखेरे ll
सूफ़ी तबस्सुम

6795
दामन--जीस्तमें,
अब कुछभी नहीं हैं बाकी...
मौत भी आयी तो,
यकीनन उसे धोखा होगा...!

21 November 2020

6786 - 6790 गम खुशी तसव्वुर ख़याल इख्तियार नज़र दामन शायरी

 

6786
तू गम दे या खुशी,
तुझे इख्तियार हैं;
हम बेनियाज हो गये,
दामन पसारकर...
               अनवर मिर्जापुरी

6787
चले जाइए मुझसे,
दामन बचाकर...
तसव्वुरसे बचकर,
कहाँ जाइएगा.......!

6788
तू हैं बहार तो,
दामन मिरा हो क्यूँ ख़ाली...
इसे भी भर दे गुलोंसे,
तुझे ख़ुदाकी क़सम.......
                   हादी मछलीशहरी

6789
नज़र बचाके गुज़र जाएँ,
मुझसे वो लेकिन;
मेरे ख़यालसे,
दामन बचा नहीं सकते...ll

6790
न उसके दामनसे मैं ही उलझा,
न मेरे दामनसे ये ही अटकी,
हवासे मेरा बिगाड़ क्या हैं,
जो शम-ए-तुर्बत बुझा रही हैं ll
                                  मुज़्तर ख़ैराबादी

20 November 2020

6781 - 6785 दिल पनाह तलब हुस्न बहार दामन शायरी

 

6781
तेरी पनाहकी तलब,
यूँ ही बेसबब तो नहीं...
तेरे दामनसे बेहतर,
कोई जमींभी तो नहीं मिलती...

6782
पहलू-ए-गुलमें,
खार भी हैं कुछ छुपे हुए...
हुस्ने-बहार देख तो,
दामन बचाके देख.......
दिल शाहजहाँपुरी

6783
फूल चुनना भी अबस,
सैरे-बहारां भी अबस...
दिलका दामन ही जो,           
कांटोंसे बचाया गया...!
                 मुईन अहसन जज्बी

6784
मैं जो कांटा हूँ तो,
चल मुझसे बचाकर दामन...
मैं हूँ अगर फूल तो,
जूड़ेमें सजाले मुझको.......

6785
बहला रहे हैं अपनी,
तबिअत खिजाँ-नसीब...
दामन पै खींच-खींचकर,
नक्शा बहारका.......
                 दिल शाहजहाँपुरी

18 November 2020

6776 - 6780 ज़िन्दगी हथेली यार खुशी दामन शायरी


6776
हाथका मज़हब,
नहीं देखते परिंदे...
जो भी दाना दे,
खुशीसे खा लेते हैं...!

6777
मुठ्ठियोंमें क़ैद हैं जो खुशियाँ...
वो बांट दो यारो...!
ये हथेलियाँ तो इक दिन...
वैसे भी खुल ही जानी हैं.......!

6778
अगर तुमसे कोई पूछे,
बताओ ज़िन्दगी क्या हैं...
हथेलीपर जरासी राख़ रखना,
और उड़ा देना.......

6779
बरसता भीगता मौसम,
धुआँ धुआँ होगा;
पिघलती शम्मोपें,
दिलका मेरे गुमा होगा;
हथेलियोंकी हिना,
याद कुछ दिलायेगी ll

6780
हाथ थाम सके और,
पकड़ सके दामन...
बहुतही क़रीबसे गुज़रकर,
बिछड़ गया कोई.......

6771 - 6775 दिल मजबूर मौका जमाना कदर धोखा तस्वीर हाथोंपर शायरी

 

6771
दिलके हाथों,
मजबूर होकर मौका देते हैं...
तभी तो दिलमें बसने वाले,
धोखा देते हैं.......

6772
मेरी दिलकी दिवारपर,
तस्वीर हो तेरी...
और तेरे हाथोंमें हो,
तकदीर मेरी.......!

6773
नहीं छोड़ सकते हम,
दूसरोंके हाथोंमें तुमको...
लौट आओ ना की हम,
अब भी तुम्हारे ही हैं.......

6774
जब-जब इसे सोचा हैं,
दिल थाम लिया मैंने...
इन्सानके हाथोंसे,
इन्सानपै जो गुजरी...
फिराक गोरखपुरी

6775
हुए हैं इस कदर खम,
जमानेके हाथों...
कभी तीर थे अब,
कमां हो गए हैं.......